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________________ प्रमेयचन्द्रिका टीका श० १२३० ४ ० १ परमाणुपुद् गलनिरूपणम् १५ दुहावि तहावि जाव दसहावि संखिज्जहा असंखिज्जहा अणंतहा विकज्जइ । दुहा कज्जमाणे एगयओ परमाणुपे उगले erra अनंत सिए खंधे जाव अहवा दो अनंतपएसिया खंधा भवति । तिहा कज्जमाणे एगयओ दो परमाणुपोग्गला, एमओ अनंतपए लिए खंधे भवइ, अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ दुप्पपलिए खंधे, एगयओ अणतपए लिए खंधे भवइ, जाव अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ असंखेज्जपएसिए खंधे, एगयओ अणतपए लिए खंधे भवइ, अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ दो अनंतपएसिया खंधा भवंति, अहवा एगयओ दुप्पटसिए खंधे एगयओ दो अनंतएसिया खंधां भवंति एवं जाव अहवा एगयओ दसपएसिए एगयओ दो अनंत एसिया खंधा भवंति अहवा एगयओ संखेज्जपए लिए खंधे, एगयओ दो अगंतप पसिया खंधा भवंति, अहवा एगयओ असंखेज्जपएसिए खंधे, एगयओ दो अनंतपरसिया खंधा भवंति, अहवा तिन्नि अणतपएसिया खंधा भवति । चउहा कज्जमाणे एगयओ तिन्नि परमाणुपोग्गला, एगयओ अणतपए लिए खंधे भवइ, एवं चउक्कसंजोगो जाव असंखेज्जसंजोगो, एए सव्वे जहेव असंखेज्जाणं भाणिया तहेव अणताणवि भाणिया, नवरं एवं अनंतगं अब्भहियं भणियव्वं जाव अहवा एगयओ संखेज्जासंखिज्जपएसिया खंधा, एगयओ अनंतपएसिया खंधा भवति, अहवा एगयओ संखे.
SR No.009320
Book TitleBhagwati Sutra Part 10
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1967
Total Pages743
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_bhagwati
File Size47 MB
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