SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 190
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ भगवतासूम भगवतीस अफाले पण्णत्ते। लतमेणं भंते ! तणुवाए कइयण्णे ? जहा पाणाइशए, नवरं अशफाले, एवं जहा सत्तमे तणुवाए तहा सत्तमे घणवाए, धणोही पुढवी, छट्टे उवासंतरे अवपणे, तणुगए जाव छट्ठी पुढवी, एयाई अट्ट फासाई, एवं जहा सत्तमाए पुढवीए बत्तव्वया भणिया तहा जाव पढमाए पुढवीए भाणियबा, जंबुद्दीवे दीवे सयंभुरमणे समुदे लोहम्मे कप्पे, जाव ईसिपब्भारा पुढवी नेरइयायाला जाव वेमाणियावासा एयाणि सव्वाणि अह फासाणि। नेरइयाणं भंते! कइवन्ना, जाव कइफासा षण्णता? गोयमा! वेउवियतेयाई पडुच्च पंचवन्ता, पंचरसा, दुगंधा, अढ फासा पण्णत्ता, कम्मगं पडुच्च पंचवन्ना, पंचरसा, दुगंधा, घाउफासा पण्णत्ता । जीवं पडुच्च अवन्ना जाव अफासा पणत्ता, एवं जाव थणियकुमारा। पुढविकाइयपुच्छा, गोयमा! ओरालियतेयगाई पडुच्च पंचवन्ना, जाव अटफासा प्रपणत्ता, कम्मगं पडुच्च जहा नेरइया, जीवं पडुच्च तहेव, एवं जाव चरिंदिया, नवरं वाउकाइया ओरालियडवियतेयगाइं पडुच्च पंचवन्ना, जाव अटफासा पण्णत्ता, सेसं जहा नेरइयाणं। पंचिदिया तिरिक्खजोगिया जहा वाउकाइया। मणुस्साणं पुच्छा, ओरालियवेडविण्आहारगतेयगाई पडुन पंचवन्ना, जाव अटफासा पण्णत्ता । कम्मगं जीवं च पडुच्च जहा नेरइया, वाणमंतरजोइलियवेमाणिया जहा नेरइया, धम्मस्थिकाए जाव पोग्गलस्थिकाए एए सव्वे अवपणा नवरं
SR No.009320
Book TitleBhagwati Sutra Part 10
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1967
Total Pages743
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_bhagwati
File Size47 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy