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________________ प्रमेयर्चान्द्रका टीका श.८ उ. १ मू०१३ सूक्ष्मपृथ्वीकायस्वरूपनिरूपणम् १४१ परिणतं किं मनःप्रयोगपरिणतम्, वचःप्रयोगपरिणतम्, कायप्रयोगपरिणतम् ? गौतम ! मनःप्रयोगपरिणतं वा, वचःप्रयोगरिणतं वा, कायप्रयोगपरिणतं वा । यदि मनःप्रयोगपरिणतं किं सत्यमनःप्रयोगपरिणतम्, मृपामनःप्रयोगपरिणतस्, सत्यमृषामनःप्रयोगपरिणतम्, असत्यमृपामनामयोगपरिणतम् ? गौतम ! सत्यमनःप्रयोगपरिणतं वा, मृषामनःप्रयोगपरिणतं वा, सत्यमृपामनःप्रयोगपरिणतं वित्रसापरिणत भी होता है । (जडपओगपरिणए कि मणप्पओगपरि णए, क्यप्पओगपरिणए, कायप्पओगपरिणए) हे भदन्त ! यदि एकद्रव्यप्रयोगपरिणत होता है तो क्या वहमनः प्रयोगपरिणत होता है ? या वचनमयोगपरिणत होता है, या कायप्रयोगपरिणत होता है ? (गोयना) हे गौतम ! (मणप्पओगपरिणए वा, वह एक द्रव्य सनः प्रयोगपरिणत होता है या वचनप्रयोगपरिणत होता है या कायप्रयोगपरिणत होता है । (जइभणप्पभोगपरिणए किं सचमणप्पओगपरिणए वा, मोखमणप्पओगपरिणए वा, सचामोसमणप्पओगपरिणए वा, असचालोसमणप्पओगपरिणए वा) हे अदन्त ! यदि वह एस द्रव्य मनःप्रयोगपरिणत होता है, तो क्या सत्यमनः प्रयोगपरिणत होता है ? सा असत्यमनःप्रयोगपरिणत होता है ? या उभयमनःप्रयोगपरिणत होता है ? (गोयला) हे गौतम ! (सचमणप्पओगपरिणए का, मोसमणप्पओगपरिणए वा, लचामोसमणप्पओगपरिणए वा, असचामोलमणपरित ५९ खाय छे भने विसापश्शुित पय खाय छे (जइ पोगपरिणए कि मणप्पओगपरिणए, वयप्पओगपरिणए, कायप्पओगपरिणए ?) के सह-त! ले એક દ્રવ્ય પ્રયોગપરિણા હેય છે, તે શું તે મનઃપ્રગપરિણત હોય છે? કે વચનअयोगपरिणत ५ उय छ ? ४ ४१यप्रयोगपरित राय छे ? (गोयमा !) 3 गौतम! (मणप्पओगपरिणए वा, वयप्पओगपरिणए वा, कायप्पओगपरिणए वा) તે એક દ્રવ્ય મનઃ પ્રયોગપરિણત પણ હોય છે, વચન પ્રગપરિણત પણ હોય છે અને आय प्रयोगपरिणत पय हाय छे (जइ मणप्पओगपरिणए कि सच्चमणप्पओगपरिणए, मोसमणप्पओगपरिणए वा, सच्चामोसमणपओगपरिणए वा?) હે ભદન્ત ! જે તે એક દ્રવ્ય સન. પ્રોગપરિણત હોય છે, તે શુ સત્યમનઃ પ્રગપરિણત હોય છે? કે અસત્યમનઃ પ્રેગપરિણત હોય છે કે ઉભયમનઃ પ્રયોગપરિણુત खाय छ ? ४ भतुमयमान: प्रयोगपरिशुत होय छे ? (गोयमा !) गीतम! (सच्चमणप्पओगपरिणए बा, मोसमणप्पओगपरिणए वा, सच्चामोसमणपओग
SR No.009316
Book TitleBhagwati Sutra Part 06
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1964
Total Pages811
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_bhagwati
File Size47 MB
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