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________________ प्रवद्रका टीका श. ३. उ.१ वलीन्द्रऋद्धिविपये वापुभूतेः प्रश्नः ६१ या-ततः स तृतीयो गौत्तमो यापुभूतिरनगारो द्वितीयेन गौतगेन अग्निभूतिनान्ना अनगारेण साधं यत्रैव श्रमणो भगवान महावीरः, यावत् पर्युपासीन: एवमवादीद-यदि खल भदन्त ! चमरः अमरेन्द्रः, अमरराजः एवंमहर्दिफा, यानन्-एतावच प्रभु निकुर्वितम्, चलिर्मगवन् ! वैरोचनेन्द्रः, वैरोचनरानः किं. महर्दिकः, यावत्-कियच प्रभु विकृर्विनुम् ? गौतम ! यलिवरोचनेन्द्रः, वैरोचन. रानो महादिका, यावत्-महानुभागः, स नत्र त्रिंगतां भवनावासशतसहस्राणाम, 'तएणं से तचे गोयमे वाउभूई अणगारे' इत्यादि । मूत्रार्थ-(तपणं) इसके बाद (से तचे गोयमे वाउभई अणगारे) वे तीसरे गौतम वायुभूति अनगार (दोच्चेणं गोयमेणं अग्गिभूईणामेणं अणगारणं सद्धि) द्वितीय गौतम अग्निभूति अनगार के साथ (जेणेव समणे भगवं महावीरे) जहां श्रमण भगवान महावीर विराजमान थे (जाय पज्जुवासमाणे एवं बयासी) यहां गये पता जाकर उन्होंने यावत् पर्युपासना करते हुए श्रमण भगवान महावीर प्रभु से इस प्रकार कहा (जह णं भंते! चमरे असुरिंदे असुररामा एवं महिडीए जाव एवइयं च णं पभू विकुवित्तए) हे माना। असुरेन्द्र असुरराज चमर यदि इस प्रकारकी महाप्राधि पाला और इतनी बढी चढो विकुर्वणा फरने की शक्ति से युक्तता (पलीणं भंते! वइरोयणिंदे वइरोयणराया केमहिडीए जाय फेपा । णं पमू विकुवित्तए ?) हे भदन्त ! पैरोचनेन्द्र रोषनराग fin कितनी बड़ी समृद्धिवाला है यावत् यह कितनी पटी घिर्षणा "तए णं तच्चे गोयमे वाउभई अणगारे" त्या सूधार्थ-त्या२ ॥ (से तच्चे गोयमे बाउभूई अणगारे) तीन गीत मगार (दोच्चेणं गोयमेणं अग्गिभूईणामेणं अणगरेण राषि) aAR मनिभूति समारनी साधे (जेणेव समणे भगय महावीरे) arul महावीर विमानता त्यां गया. (जाय पज्जुबारामाणे एग पगाणी) પર્યુંપાસના પર્યન્તની સમસ્ત વિધિ કરીને તેમણે આ પ્રમાણે પૂરા (કાળ છે. चमरे असुरिंदे असुरराया एवं महिडीए नाय एपसिंग भाग fhilm હે ભદન્ત જે અસરેન્દ્ર અસરરાજ ચાર એટલી બધી મહા તિળા મા કાળી wधी विष्णु शहिता छ.(पलीणं भरो गइरोगाण महिडीए जाव केवइयं च णं पभू विपयितए) MIR MARATHI २१ मति की कार समृद्धि माDि an MyIRITAM
SR No.009313
Book TitleBhagwati Sutra Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1963
Total Pages1214
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_bhagwati
File Size37 MB
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