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________________ परिशिष्ट - २ (य) १२ पुरुषार्थ (ग) ४, ५, १५, (त) १, ५, ६, १९, ७, ९, १०, ११, १२, १७, १८, २६, ४२, (न्या) १६, १९, २०, (य) २६ पूर्वकल्प (ग) ४७ पूर्वसेवा (य) ५ प्रतिसन्धान १०, (न्या) १८, २६ प्रतीति (त) २९ ३० (न्या) २२ प्रत्यक्ष (त) २३, ३९, (न्या) २४ प्रत्यय (न्या) २२, (य) २९ प्रत्यवाय (त) ३२. ३३ प्रत्यायन (ग) २८ प्रत्यासत्ति (ग) २२, ३५ प्रत्येक (ग) २८, (त) २०, २१, (न्या) २२ पृथक्कल्प (ग) ४६ पौर्वापर्य (ग) ४६ प्रधान (त) ४०, ४२ प्रकटता (ग) १७ प्रपञ्च (ग) १७, १९ प्रकरण (ग) ४५, ४६ प्रभुता (य) ११ प्रकार (त) २९, ३४, (न्या) १६ प्रमाण (ग) ३, १७, २५, २६, प्रकाश (ग) १७ (त) १९, २०, ३६, (न्या) २, १३, १६, २३ प्रकाशक (न्या) २७, (य) १९ प्रकृति (न्या) १३, (य) १२ प्रज्ञा (ग) ३४ प्रतिक्षिप्त (य) १० प्रतिपादिका (य) ३१ प्रतिफलित (ग) १७ प्रतिबन्ध (न्या) १९, २० प्रतिबन्धक (ग) ३७, (त) ७, १७, ३२, ३४, (न्या) १८ प्रतिबन्धिका (य) ४ प्रतिबिम्ब (ग) १७ प्रतियोगि (ग) ३, ९, १३, १६, २२, २३, २८, २९, ३६, ४१, (त) ३, ९, ११, १५, १६, १९, (न्या) ३, ५, ७, २३, २५, (य) १, २ प्रतियोगिता (य) २२ प्रतिष्ठान (य) १२ प्रतिसंहित (य) २८ प्रमाता (ग) १७ प्रमितत्व (ग) ३४ प्रमेय (ग) १७ प्रयत्न (त) १, २, ५, ६, ७, २४, (न्या) १९ प्रयत्नसाध्य (न्या) १७, (य) २० प्रयाज (त) २९, ३० प्रयोजक (ग) ७, १५, २३, २८, ३८, ४२, ४५, (त) १९ प्रयोजन (ग) १, २, ४, १५, १६, (त) १, ७, ८, (न्या) ५, ६, १९, (य) २२, २३ प्रयोज्य (ग) ३३, ३८ प्रवर्तक ( ग ) ८ प्रवाद (ग) २०, ४६ प्रवाह (ग) २०, २३, (त) २२ प्रवृत्त (न्या) १९, (य) २६ प्रवृत्ति ( ग ) ४, ५, १०, १२, १४, ४१, ४६, (त) २, ५, २४७ ६, ७, ८, ९, १०, ११, १२, १५, १६, १७, २२, २६, २८, ४०, (न्या) ४, ५, ६, १७, १८, १९, २०, २१. (घ) ५, ७, ९, १७, २०, २१, २४, २५, २६. २८ प्रवृत्तिविज्ञान (य) ९ प्रव्रज्या (त) २७ प्रशम (न्या) १८ प्रशान्तत्व (न्या) १८, (य) २४ प्रसङ्ग (ग) ११, १८, २७, ४१, ४५, (त) ११, १६, २२, २३, २४, ३३, (न्या) २, ५, ७, १६, १७, २०, २३, २५. २७, (य) १, ४, १९ प्रागभाव (ग) ६, ८, ९, (त) १, २, ५, ७, ८, ९, १०, ११, १३, १४, १५, १६, (न्या) २, ३, ६, ७, १४, २०, २३. (य) १. २. ३ प्राण (ग) ४३, (त) ३७ प्राणि (य) २१ प्रातिपादिक (ग) २८ प्राप्य (य) २८ प्राभाकर (ग) ८ प्रामाणिक (ग) २८ प्रायश्चित्त (ग) ८, ११, १४, (त) १, ७, ८, ९, १०, ११, १५, १६, ३२, ३७, ३८, ४०, (न्या) ५, ६, २१, (य) २२
SR No.009262
Book TitleMuktivad
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGadadhar Bhattacharya, Gangesh Upadhyay, Yashovijay
PublisherShrutbhuvan Sansodhan Kendra
Publication Year2015
Total Pages285
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size4 MB
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