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________________ समयसार २५. मैं वर्तमान में वचन से कर्म न कराता हूँ और न अन्य करते हुए का अनुमोदन करता हूँ । २६. मैं वर्तमान में काय से कर्म न तो करता हूँ, न कराता हूँ । २७. मैं वर्तमान में काय से कर्म न तो करता हूँ और न अन्य करते हुए का अनुमोदन करता हूँ । २८. मैं वर्तमान में काय से कर्म न कराता हूँ और न अन्य करते हुए का अनुमोदन करता हूँ । २९. मैं वर्तमान में मन-वचन-काय से कर्म नहीं करता हूँ । ३०. मैं वर्तमान में मन-वचन-काय से कर्म नहीं कराता हूँ। ३१. मैं वर्तमान में मन-वचन-काय से अन्य के करते हुए कर्म का अनुमोदन नहीं करता हूँ । ३२. मैं वर्तमान में मन-वचन से कर्म नहीं करता हूँ । २२. मैं वर्तमान में मन-वचन से कर्म नहीं कराता हूँ। ५०६ ३४. मैं वर्तमान में मन-वचन से अन्य के करते हुए कर्म का अनुमोदन नहीं करता हूँ । ३५. मैं वर्तमान में मन-काय से कर्म नहीं करता हूँ । ३६. मैं वर्तमान में मन-काय से कर्म नहीं कराता हूँ । ३७. मैं वर्तमान में मन - काय से अन्य के करते हुए कर्म का अनुमोदन नहीं करता हूँ । चेति । ३७ । न करोमि वाचा च कायेन चेति । ३८। न कारयामि वाचा च कायेन चेति । ३९ । न कुर्वन्तमप्यन्यं समनुजानामि वाचा च कायेन चेति । ४० । न करोमि मनसा चेति । ४१ । न कारयामि मनसा चेति । ४२ । न कुर्वन्तमप्यन्यं समनुजानामि मनसा चेति । ४३ । न करोमि वाचा चेति । ४४ । न कारयामि वाचा चेति ।४५ । न कुर्वन्तमप्यन्यं समनुजानामि वाचा चेति । ४६ । न करोमि कायेन चेति । ४७ । न कारयामि कायेन चेति । ४८ । न कुर्वन्तमप्यन्यं समनुजानामि कायेन चेति ।४९ । ( आर्या ) मोहविलासविजृम्भितमिदमुदयत्कर्म सकलमालोच्य । आत्मनि चैतन्यात्मनि निष्कर्मणि नित्यमात्मना वर्ते ।।२२७ ।। इत्यालोचनाकल्पः समाप्तः । ३८. मैं वर्तमान में वचन - काय से कर्म नहीं करता हूँ । ३९. मैं वर्तमान में वचन काय से कर्म नहीं कराता हूँ । ४०. मैं वर्तमान में वचन - काय से अन्य के करते हुए कर्म का अनुमोदन नहीं करता हूँ । ४१. मैं वर्तमान में मन से कर्म नहीं करता हूँ । ४२. मैं वर्तमान में मन से कर्म नहीं कराता हूँ । ४३. मैं वर्तमान में मन से अन्य के करते हुए का अनुमोदन नहीं करता हूँ । ४४. मैं वर्तमान में वचन से कर्म नहीं करता हूँ ।
SR No.008377
Book TitleSamaysar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHukamchand Bharilla
PublisherTodarmal Granthamala Jaipur
Publication Year2006
Total Pages646
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Philosophy, & Religion
File Size1 MB
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