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________________ Version 002: remember to check http://www.AtmaDharma.com for updates मोक्षमार्गप्रकाशककी संभावित रूपरेखा: मोक्षमार्ग सम्यग्दर्शन सम्यग्ज्ञान सम्यक्चारित्र अनेकान्त स्याद्वाद अनुयोग प्रमाण नय देशचारित्र सकल चारित्र बारह व्रत सप्त तत्व या देव,शारत्र ,गुरुकी आत्मानुभूति नव पदार्थकी सच्ची श्रद्धा सच्ची श्रद्धा बहिरात्मा अन्तरात्मा परमात्मा प्रत्यक्ष परोस । शुद्धोपयोग शुभोपयोग ध्यान थमा नुयोग चरणानुयोग करणानुयोग द्रव्यानुयोग स्मृति प्रत्यभिज्ञान तर्क अनुमान आगम देव शास्त्र गरु जीव अजीव आसव बध सवर निर्जरा मोक्ष पुण्य पाप व्यवहार निश्चय द्रव्यार्थिक पर्यायार्थिक पाँच अणुव्रत तीन गुणवत चार शिक्षा व्रत गुणस्थान मागणारस्थान अहिंसाणुव्रत सत्याणुव्रत अचौर्याणुव्रत ब्रह्मचर्याणुव्रत परिग्रहपरिमाणाणुव्रत | सामायिक प्रोषधोपवास भोगोपभोगपरिमाणव्रत अतिथिसंविभागवत आदि जीवके भेद दिव्रत देशवत अनर्थदण्डवत २८ मूल गुण पुदगल धर्म अधर्म आकाश काल - पाँच समिति पाँच इन्द्रियविजय छ. आवश्यक सात शेषगुण ज्ञानावरणादि कर्म अहिंसा सत्य अचौर्य ब्रह्मचर्य अपरिग्रह स्पर्शन रसना घाण चक्षु कर्ण ईयो भाषा ऐषणा आदाननिक्षेपण प्रतिष्ठापना सामायिक वंदना स्तुति प्रतिक्रमण स्वाध्याय ध्यान नग्नत्व केशलुचन भूमिशयन दंतधावनत्याग खड़े-खड़े आहार लेना स्नानत्याग दिन में एक बार ही आहार लेना Please inform us of any errors on rajesh@AtmaDharma.com
SR No.008265
Book TitleMoksh marg prakashak
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTodarmal Pandit
PublisherKundkund Kahan Digambar Jain Trust
Publication Year1983
Total Pages403
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Philosophy, & Religion
File Size2 MB
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