SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 156
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ छा धातु उव+दस् (उप+दर्शय) देखाडबुं- | वज्जर (वि+उत्+चर-व्युच्चर) कहेg पासे जाने बतावधू चव् (वच) मा सार (आ+सृ-सार) आमतेम जप (जल्प) अफळावq-आमतेम लइ जर्छ पिसुण (पिशुनय) चाठी करवी अक्खोड् (आ+क्षोद्) खोदg- मुण (मन् ) जाणवू पिज् (पीय) पीव उल्लव (उत्+लप् ) बोलवू उंघ-उघg जाव (याप) वीताव-यापन करखं अभुत्त् (अवभृथ) अबोटबुंआभोआ (आ+मोग) ध्यानपूर्वक आभभु-नहा. जोडे उह (उत्+स्था) ऊटलु परिनिव्या (परि+मिर+वा) शति छाय। (छाद् ) अबु-ढोकयु कर-पोलप अग्ध (अ) मूलववु-मूल्य । मेलव् (मेलय) मेळवq-मेळवयुकराको __एकमेंक कर कील (क्रीड) क्रीडा करवी-रमत दक्खल (दृश् ) दाखवू-देखाङरमवी कही बतावदु छोल-छोलवू पंणाम् (प्र+णाम) आपq-सेवामा ताव (तापय) तावq-तपावg रजु करवं झाम-बाळवू ओग्गाल (उद्+गार) ओगाळवं किंण (कीणा) खरीदद्-वेचातुं । आरोव् (आ+रोप) आरोप लेवु भर् (स्मर) स्मरण करखं आढा (आ+ट) आदर करवो पत्रव् (प्रज्ञापय) जणावQ चय (शक् ) शकवू संघ (सं+ख्या) कहेवु जीट् (जिही) लाजवू पज्जर (प्र+उत्+चर्-प्रोचर ) अण्ह् (अश्ना) अशन कवुकहेवू । जमवु-खाएं
SR No.007832
Book TitlePrakrit Margopadeshika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBechardas Doshi
PublisherGurjar Granthratna Karyalay
Publication Year1943
Total Pages294
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy