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________________ तमारा भाईए पोताना | तारो बाप अने तेनो भाई जमाईने सवायुं आप्यु केवळ लाकडा माटे लड्या. मारा बापना भाइनो घोडो तांबा अने लोढामां लोदु. दोड्यो अने पड्यो उत्तम छे. अमारा भाइओमां स्नेह नथी तेना अने तारा कपालमां ते मुंगाना भाइने तारा अथवा साथळमां में भाइप पखाल्यो सारां लक्षणो जोयां. अढी वरसे, साडा त्रण मासे त्यां आकडाना झाडनी पासे अने दोढ दिवसे अमे बीजुं छायावाळु अने ___ आवशुं रसवाळु एक झाड छे. तमारो जमाई दिवसे दिवसे एकवार सातमे वरसे ते निर्वेद पामे छे तेथी • दातारे बधुं धन आप्यु. तमारुं कुटुंब खेद पामेछे घरमा कांजी क्या हशे? पांचमे के आठमे दिवसे ते मराठा लोको मानने ग्रहण जशे मुनि मरणनो पार पाम्यो । करे छे. ममे पिताने कुपित नहि करीशुं घोडानी लगाम कूवामां पडी गइ. तेनो भाई अने जमाई लुच्चा छे सोरठी लोको स्नेहाळ छे रातो घोडो अने रंगेलु उंट चोथानी अंदर साडा त्रण छे मार्गमा दोडशे. अमे शब्दोने ताळवा वडे तमारा भाइए प्रव्रज्या लीधी बोलीशं अने मारो भाई सोरठमा आगनी आंचमांदीवेल पडशे. ऊपरी थयो. सुरहीआ कोहं न काहिंति मूओ केवलं कंजिअं पाहिए तुम्हे सोरठीए घोडए दुवारंसि कोहलं पडिहिद वक्खाणेह सोवण्णिओ दहणंसि तवं गड्डहो तुरंगमो य दोनि खिवित्था । भायरा संति
SR No.007832
Book TitlePrakrit Margopadeshika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBechardas Doshi
PublisherGurjar Granthratna Karyalay
Publication Year1943
Total Pages294
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
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