SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 103
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ चारु (चारु) सारं-सुंदर सुइ (शुचि) शुचि-पवित्र सुहि ( सुखिन् ) सुखी साउ (स्वादु) स्वादु-स्वादवाळु सुगंधि ( सुगन्धिन् ) सुगंधी वस्तु खलपु (खलपु) खळु साफ करनार बहु (बहु) बहु-घणु दिग्घाउ ( दीर्घायुष् ) दीर्घ आयु- गामणि (ग्रामणी) गामनो नेता ष्यवाळो इकारांत अने उकारांत [नान्यतरजाति] (अक्षि) आंख धणु (धनुष् ) धनुष जाणु (जानु) जान-जांघ-साथळ अहि (अस्थि) हड्डी-हाडकुं-हाड वारि (वारि) वारि-पाणी जउ (जतु) जतु-लाख वत्थु (वस्तु) वस्तु महु (मधु) मध दहि (दधि) दहीं खाणु (स्थाणु) स्थाणु-खीलो-ठंछं सामान्य शब्दो [नरजाति] जर (ज्वर) ज्वर-ताव कांबलिअ (काम्बलिक) कामअंब (आम्र) आंबो ळीयो-कांबळीओने वेचनार वा ओठनार मोचिअ (मौचिक) मोची-मोजां ___ सीवनार तिल (तिल) तल कुडुंबी ( कुटुम्बिन् ) कणबी लोहार (लोहकार) लुहार-लूवार कौढुंबिअ (कौटुम्बिक) कणबी. सोवणिय (सौवर्णिक) सोनी राजानु कामकाज करनार सोनु घडनार. साड (शाट) साडलो-साडी गंधिअ (गान्धिक) गांधी-गंध साडय (शाटक), , सोरहिअ (सौरभिक) सरैयोवाळी वस्तुने वेचनार सुरभि-सुगन्धी-तेल वगेरेने वेचनार वाणिजार (वाणिज्यकार) वण कस (कश) चाबुक जारो-वणज करनारो-वेपारी सुत्तहार (सूत्रधार) सुतार कोकिल (कोकिल) कोयल कोइल (कोकिल) कोयल
SR No.007832
Book TitlePrakrit Margopadeshika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBechardas Doshi
PublisherGurjar Granthratna Karyalay
Publication Year1943
Total Pages294
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy