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________________ श्री संवत्सरी प्रतिक्रमण विधि सहित ११९ ११९ देवसिअ आलोइअ पडिक्कंता इच्छाकारेण संदिसह भगवन् ! PCS संवच्छरी मुहपत्ति पडिलेहुं ? "इच्छं' दिवस संबंधी हुए दुष्कृत्योकी आलोचना करना, हे भगवंत, संवत्सरी मुहपत्ति पडिलेहुं ? आज्ञा मान्य है । (कहके मुहपत्ति पडिलेहण करें। फिर दो बार वांदणा दीजिए ।) मुहपत्ति पडिलेहणके २५ बोल १- सूत्र, अर्थ, तत्त्व करी सद्दहुं, २ - सम्यक्त्व मोहनीय, ३- मिश्र मोहनीय, ४- मिथ्यात्व मोहनीय परिहरु, ५- काम राग, ६- स्नेह राग, ७- दृष्टि राग परिहरे, - सुदेव, ८- सुदेव, ९- सुगुरु, १०- सुधर्म आदएं, ११- कुदेव, १२- कुगुरु, १३- कुधर्म परिहरु, १४- ज्ञान, १५- दर्शन, १६- चारित्र आदरं, १७- ज्ञान विराधना, १८- दर्शन विराधना, १९- चारित्र विराधना परिहरे, २०- मनगुप्ति, २१- वचनगुप्ति, २२- कायगुप्ति आदएं,
SR No.007740
Book TitleSamvatsari Pratikraman Hindi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorIla Mehta
PublisherIla Mehta
Publication Year2015
Total Pages402
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Paryushan
File Size28 MB
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