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________________ रायपसणी। उसभललियविक्कत मीहलनियविकत इयविलविय गयविलवियं मतूहनविलसिव मत्तगयविलमिव टुयविलविय णाम दिव्व गट्ट विह उवदसेइ ११ गडहिपविभत्तिच सागरपविभत्तिच नागरपविभत्ति च सागरनागरपविभत्ति च णाम दिब्ब णट्ट विह उबदसे १२ रणादापविभत्ति चं चदापविभत्ति च गादाचटापविभत्ति च णाम दिब्ब पट्टविह उवदसेद१३ मत्थडापवित्ति च मगरडापविभत्ति च जारा पविभत्तिच मारापविभत्तिच मत्थडा मगरडा जारामारापविमत्तिच णाम दिब्व गट्टविह उवदसेद१४ कत्तिककारपविभत्ति च खत्तिखकार पविभत्तिच गत्तिगकारपविभत्ति च पत्तिधकारपविभत्तिच इत्तिकार 'पविभत्ति च ककार खकार गकार धकार डकार पविभत्ति च णम क्रमेश पभमण्डलपविभक्रिसिइमण्डलपविभक्लियविलम्बितगविलम्बियदयविनसियगजवितसितमसहयविलसितमत्तगनविलसितमत्तविलम्बितमत्तगजविलम्बितम्। विलम्धिताभिनय हुतविलम्बित नामएकादश नाटयविधि ११ । तदनन्तर सागरप्रविभक्तिनागरविभनभिनयात्मक सागरनागरमविभक्ति नाम द्वादश नाटयविधि १२ । ततो नन्दापविभलिचम्पाप्रविभवनात्मक नन्दाचम्पापविभक्ति नाम वयोदश नाटरविधि' १३ । ततो मत्स्यायडकाविभकि मकराण्डकाविभबिजाप्रविनिमारविमतियुध मत्स्यायहकनारमारपविभलिनामचतुर्दश मविभलिनाटयविधि १४। तदनन्तर क्रमेय का इति ककार प्रविभक्ति', 5 इति खकार पविभक्ति, ग इति गकार प्रविभक्ति, ध इति धकार प्रविभक्ति, इति डकार प्रविभक्ति, नाविलगिति एमजगजविनवित मस्तघोडानाविलासगतितणरूप मस्तगजनीविलासगति दुति चिलवित नामप्रधाननाटिकविधि देपाहदूनाटकहविग्यारमुर१ गाडलीनीउदनीयाकार नगरना रूपरसम् दनाकारत नागरनरुपद सागरनागरप्रतिभक्तिनाम१२प्रनाममाननाटकवधिदपाडै बारमनदावत्त भातद चद्रामनिर्भ तनामप्रधान पदाचदाप्रविभनिनामनाटकविधिदेपाडनाटक तमु मच्छनाइ डान रूपई मगरनादू डा नाराजलकरजीववसेपमाराजलचरजीववसय मत्सना बडा मगरनाइ डा ज्ञारा मारा प्रविभक्ति नामप्रधान नाटकविसप नाटकचीदमुदेपाडे १४ ककार अवररूपद्र नाटकएमज मकारक पर नाटक गकारनपदनाटक धकारनदरूपुर्नाटक है कारनहरूपद्नाटक ककार खकार गकार धकार डकारप्रविभक्ति नामप्रधान नाटकविधि दपाइन् नाटकपरनु मन वक्रारनु वग जाणिवु चकारशकारजकारझकारत्रकार यह पाच अचर रुपद
SR No.007379
Book TitleAgam 13 Upang 02 Rajprashniya Sutra Shwetambar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRai Dhanpatsinh Bahadur
PublisherRai Dhanpatsinh Bahadur
Publication Year1917
Total Pages289
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Conduct, F000, F999, & agam_rajprashniya
File Size9 MB
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