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________________ २ . रायपसेणी। • परिसोववरणगादेवा सूरियाभस्स देवस्स इमेयावे मज्झत्धिय जाव समुप्पण्ण समभिजाणित्ता जेणेव मूरियाभस्स देवतेयोव उवागत्यह उवागत्यित्ता सूरियाम देव करयल परिग्गहिय सिरसावत्त मत्थए अजलिकटू जएण विजएण बहावेंति २ ता एववयासी एव खलु देवाणुप्पियाण मूरिवाभविमाणे सिद्धाययण अट्ठसय जिणपडिमाणा जिणुस्सेहपमाणमेत्ताण सगिणखित्त चिट्ठति सभाएण सुहम्माएण माणवते चैदए खमेवरामए गोलवट्टसमुग्गप बहूउजिणास्स कहाउ सगण खित्ताउ चिट्ठति ताउण देवाणुप्पियाण अण्णेहिच वडूण वेमाणियागा देवाणय देवीणय अन्वणिज्भाउ जाव वदणिमाउ णमसणिज्झाउ पुवणिजमाउ समाणिज्माउ कल्लाणमगल देवय देवोइव पज्झूवासणिभाउ तएयण देवाणुप्पियाणा पुविकरणिझत एयएण देवाणुप्पियाण पत्याकरणिज्झत रवण देवाणुप्पियाण पुन्वि , सेवत एयण देवाणुप्पियाण पत्यासेयं त एयण देवाणुप्पियाण पुन्वि प्रस्थाविहियाए सुहाए खमाए णिस्ससाए अणुगामियत्ताए भविस्सति परिसोवबएणगा देवाइमेयारूवे) मित्यादि, पावन्ते इति नवानामपि श्रोतसा शुद्धोदकप्रक्षालनेन देवना सामानिकदेवता अभ्यतरपरिपदानाबदसणहारदेवता सूयाभनउ देवनउ एहवउ आत्मा नद विपद् सकल्प ऊपनु जाणीन निहा मूर्याभ देवछद् तिहा पाव भावीन मूयाम देवप्रति . विहाथिकरीनीपज्ञाच्यउ मस्तक आवत्तप्रदसणारूप "मस्तकनदविषद अजलीकरीन जय विजद शब्दैकरी वडाववहाबीनएमबीला अमुतामकारि निश्चदाहोदेवानुप्रियाउनुसारा मूबाभ विमाननविपदसिहायतनद पिजिनप्रासादइएकसउआठनिनप्रतिमाजिननाउचमामाणमाबाद थापाथकी रफडकह सभासुधम्भानविपदः मानवगनाम चैत्यथभनइविपद् बजमय गोलमावाटला डाबडानहाविपदपणी जिननी दाटा घापीयकारहदछ तेह देवानुप्रियनुमनः अनेरानपणि घणानद वैमानिकन देवनइ देवीन चदनादिकचर्चिवायोग्यछडू यावतसब्द वादवावीग्यदू नमस्कारकरिवायोग्यछ फूल करीपूजवायोग्यछद्र सरकारवस्ताद इकद समानादरनउदेवउ सत्याग्यमगलीशनउकारणदेवचैत्ययरसेम्बरनीप्रतिमासेविवायोग्यछतण कारणएहदेवानुप्रियनुम नयूबकरिता योग्यते एहदेवानुप्रियानुननद पछइकरिवायोग्यतेएहदेवानुप्रियअनुमनपर्विश्रेय कल्याणनउकातएहरण हुदैवानुप्रियनुमनद पद श्रेयतेएह हेदेवानुप्रियनुमनपूर्वद् अनपशि
SR No.007379
Book TitleAgam 13 Upang 02 Rajprashniya Sutra Shwetambar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRai Dhanpatsinh Bahadur
PublisherRai Dhanpatsinh Bahadur
Publication Year1917
Total Pages289
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Conduct, F000, F999, & agam_rajprashniya
File Size9 MB
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