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________________ ४२ ] श० प्र० सि० व० श०म० ती ०या०वि० श० ती० प्र० श० वी० द० श० प० प० गि० ग० गि० ती ० इति० गी० मा० जै० ती ० मा० प्रा० ती ० मा० वि० ती० क० मा० म० जै० ती० भू० जै० ती ० इति ० जै० पु० प्र० सं श्री शत्रुजयप्रकाश (गूर्जर) सिद्धाचलजी' वर्णन (गुर्जर) श्री शत्रुञ्जयमहातीर्थादिक यात्राविचार यो० (गुर्जर) शत्रुञ्जयतीर्थोद्धार प्रबंध (हिन्दी) शत्रुञ्जयतीर्थदर्शन (गुर्जर) शत्रुञ्ज पर्वत का परिचय (गूर्जर) गिरनार गल्प (हिन्दी) श्री गिरनारतीर्थनो इतिहास (गुर्जर) गिरनार माहात्म्य जैन तीर्थमाला प्राचीन तीर्थमाला, संग्रह भा० १ विविधतीर्थकल्प :: प्राग्वीट- इतिहास :: ले० देवचन्द दामजी " " जैन तीर्थ भूमिश्र " 99 जिनप्रभसूरिविरचित (संस्कृत) माण्डवगढ़नी महत्वा (गूर्जर) (गूर्जर) तीर्थनो इतिहास (गूर्जर) जैन पुस्तक प्रशस्ति संग्रह भाग १ (संस्कृत) मु० कपूरविजयजी संपा० मु० जिनविजयजी प्रयो० फूलचन्द्र हरिचन्द्र दोसी प्रयो० मु० जिनविजयजी ले० मु० ललित विजयजी ले० ले० दोलत चन्द पुरुषोत्तमदास संशो० विजयधर्म संपा० मु० जिनविजयजी लें. मु० धुरंधरविजयजी ले० सु० जयन्तविजयजी ले० ० न्यायविजयजी ( त्रिपुटी) संपा० जिनविजयजी जैनपत्रनी श्रोफिस, भावनगर. ई० स० १६२५ श्री जैन श्रेयस्कर मण्डल, म्हेसाणा. सं० १६७० श्री आत्मानन्द सभा, भावनगर. सं० १६७३ चन्द्रकान्त फूलचन्द दोसी, पालीताणा. सं० २००२ 39 17 श्री हंस विजयजी फ्री जैनलाईब्रेरी, अहमदाबाद. सं० १६७८ जैन सस्ती वांचनमाला, भावनगर. सं० १६८६ स्वयं प्रकाशक सं० १६५० जैन सस्ती वांचनमाला, भावनगर, सं० १६८६ श्री यशोविजयजी जैन ग्रन्थमाला भावनगर. सं० १६७८ सिंघी जैन ज्ञानपीठ, शांतिनिकेतन, सं० १६६० जैन साहित्यवर्धक सभा, शिरपुर. सं० १६६८ यशोविजयजी जैनग्रंथमाला, भावनगर. सं० २००७ श्री जै० साहित्य फण्ड, सूरत. सं० २००५ सिंघी जैन ग्रन्थमाला - भारतीय विद्याभवन, बम्बई. सं० १६६६
SR No.007259
Book TitlePragvat Itihas Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDaulatsinh Lodha
PublisherPragvat Itihas Prakashak Samiti
Publication Year1953
Total Pages722
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size29 MB
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