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________________ मनीषियों की दृष्टि में : डॉ. भारिल्ल युवा वर्ग को भौतिकता की चकाचौंध से दूर रहते हुए अध्यात्म की ओर उन्मुख करना टेडी खीर है। परन्तु आपने इस कार्य में भी महारत हासिल की है। युवकों का रचनात्मक संगठन अ.भा. जैन युवा फैडरेशन आपकी प्रेरणा से ही स्थापित संस्था है, जिसकी देशभर में शाखायें व्याप्त हैं। युवावर्ग इस संगठन से सन् 1977 से जुड़कर देशभर में 317 शाखाओं के माध्यम से आध्यात्मिक गतिविधियों को संचालित कर अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहा है। . युवा फैडरेशन की प्रभावी प्रचार-प्रसार योजना के तहत सन् 1986 में कैसिट विभाग स्थापित किया गया। इसके माध्यम से कैसिट एवं ओडीओ/वीडीओ सीडी का निर्माण विपुल मात्रा में हो रहा है। अब तक 1 लाख 95 हजार 2 सौ 29 की संख्या में 45 लाख की सीडी/डीवीडी विक्रय होकर घर-घर में प्रवचनों की धूम मचा रहे हैं। शाकाहार-श्रावकाचार रथ के प्रवर्तन ने युवा फैडरेशन की ख्याति में चार चांद लगा दिए हैं। आचार्य कुन्दकुन्द व पण्डित बनारसीदास के वर्ष उत्साहपूर्वक मनाकर इनके साहित्य को घर-घर पहुँचाने का दुश्कर कार्य भी युवा फैडरेशन के माध्यम से किया गया है। आध्यात्मिक शिक्षण-शिविर लगना तो आम बात हो गई है। दीर्घकालीन अवकाश के समय ग्रुप शिविरों का संचालन धर्म प्रभावना का महत्त्वपूर्ण अंग बन गया है। 60-70 युवा विद्वानों की टीम इस कार्य में लगकर बच्चों को संस्कारित करने निकल पड़ती है और मनोवैज्ञानिक ढंग से बालगोपालों को अध्यात्म की संजीवनी बूटी सहज ही पिला देती है। ___ दशलक्षणपर्व पर सुनियोजित ढंग से देश के कौन-कौने में 500 से अधिक की संख्या में विद्वान भेजने का अद्भुत कार्य आपके मार्गदर्शन में विगत 32 वर्षों से निरन्तर जारी है। अष्टान्हिका पर्व का प्रसंग हो या वेदी प्रतिष्ठा हो अथवा पंचकल्याणक हों विद्वान उपलब्ध कराने हेतु निरन्तर आपके पास समाज की मांग बनी रहती है और आप सहज ही इस सेवा के लिए तत्पर रहते हैं।
SR No.007144
Book TitleManishiyo Ki Drushti Me Dr Bharilla
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRavsaheb Balasaheb Nardekar
PublisherP T S Prakashan Samstha
Publication Year2012
Total Pages36
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size5 MB
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