SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 523
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ५०० गुजराती भाषानी उत्क्रान्ति झबझब झबझब झबझब ए वीजुलिय झबकइ थरहर थरहर थरहर ए विरहिणिमणु कंपइ ॥ ६॥ महुरगंभीरसरेण मेह जिम जिम गाजते । पंचबाण निय कुसुमबाण तिम तिम साजते । जिम जिम केतकी महमहंत परिमल विहसावइ । तिम तिम कामिय चरण लग्गि नियरमणि मनावइ ॥ ७ ॥ सीयलकोमल सुरहि वाय जिम जिम वायते । माणमडप्फर माणणि य तिम तिम नाचते । जिमजिम जलभरभरिय मेह गयणंगणि मिलिया । तिमतिम कामीतणा नयण नीरिहि झलहलिया ॥ ८ ॥ भासमेहारवभरऊलटिय जिम जिम नाचइ मोर । तिम तिम माणिणि खलभलइ साहीता जिम चोर ॥ ९ ॥ अइ सिंगारु करेइ वेस मोटइ मनऊलटि । रइय रंगि बहुरंगि चंगि चंदणरस ऊगटि । चंपयकेतकिजाइकुसुम सिरि धूप भरेइ । अतिआछउ सुकमाल चीरु पहिरणि पहिरेइ ॥ १० ॥ लहलह लहलह लहलह ए उरि मोतियहारो । रणरण रणरण रणरण ए पथि नेउरसारो। झगमग झगमग झगमग ए कानिहि वरकुंडल । झलहल झलहल झलहल ए आभरणहं मंडल ॥ ११ ॥ मयण खग्ग जिम लहलहंत जसु वेणीदंडो। सरलउ तरलउ सामलउ रोमावलिदंडो। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004874
Book TitleGujarati Bhashani Utkranti
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBechardas Doshi
PublisherMumbai University
Publication Year1943
Total Pages706
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati, History, & Grammar
File Size22 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy