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________________ भाविज्ज मूलभूयं 1 दुवारभूयं 2 पइट्ठ 3 निहिभूयं 4 / आहार 5 भायणमिमं 6 सम्मत्तं चरणधम्मस्स // 935 / / अस्थि जिओ 1 तह णिच्चो 2 कत्ता 3 भुत्ता य पुण्णपावाणं 4 / अस्थि धुवं निव्वाणं 5 तस्सोवाओ य 6 छ ठाणा // 936 // तं चेगविहं 1 दुविहं 2 तिविहं 3 चउ 4 पंचहा 5 तहा नेयं / तत्थेगविहं सम्मं रुइमित्तं संमयं तित्थे // 937 // दुविहं दव्वे 1 भावे 2 निच्छय 1 ववहारओ य 2 अहवा वि / दव्वं अयाणमाणे भावे पुण जाणमाणे य // 938 // निच्छयओ सम्मत्तं नाणाइमयप्पसुद्धपरिणामो / / भत्तीबहुमाणमाइलक्खणजुत्ते य ववहारे // 939 // तिविहं कारगरोयगदीवगभेएहि साहुसेणिगाईणं / मिच्छादिट्ठीणं पुण अभव्वाईणं पि तइयं तु // 940 // खइयं 1 खओवसमियं 2 उवसमियं 3 वा हविज्ज सत्तखए / खइयमुदिण्णस्स खए अणुदिणुवसमं खओवसमं // 941 // मिच्छत्तस्स उवसमा उवसमं तं भणंति समयण्णू / तं उवसमसेढीए आइमसम्मत्तलाभे वा // 942 // विहियाणुट्ठाणं पुण कारगमिह रोअगं तु सद्दहणं / मिच्छद्दिट्टी दीवइ जं तत्ते दीवगं तं तु . // 943 // खइयाइसासायण-सहियं तं चउव्विहं तु, सम्मत्तं / तं सम्मत्तब्भंसे मिच्छत्तापत्तिरूवं तु // 944 // वेयगसम्मत्तं पुण एवं चिय पंचहा मुणेयव्वं / सम्मत्तचरिमपोग्गलवेयणकाले तयं होइ // 945 // एयं चिय पंचरूवं निस्सग्गुवएसभेयओ दसहा / अहवा निस्सग्गाइ-रुइदसगं पवयणे भणियं // 946 // 223
SR No.004452
Book TitleShastra Sandesh Mala Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinayrakshitvijay
PublisherShastra Sandesh Mala
Publication Year2005
Total Pages310
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
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