________________ ... उदय- | सत्ता जीवस्थानेषु नाम्नो बन्धोदयसत्तास्थानभङ्गाः [ 46 एगिदितिरितसेसु तेऊवाऊणणंतरूप्पन्ना / पज्जत्तीअसमत्ता अद्वत्तरिसंत केसि वि // 263 // (321) [301] 'पज्जत्तबायरेगिंदियठवणा जंतइयंबायरपज्जे पणगा हवंति तिन्नेव बंधठाणा बंधभंगा उमा पण बंधा, पण उदया. पण संता।। भंगा| ठाणा उदयठाणा | 21 24 25 26 27 / 23 | 4 | 26 / 24 पणसंतभंगा| 2 | 4 | | 1 | 0 | 25 / 25 / 26 चउसंतभंगा . | 1 | 4 | 10 | 6 | 26 / 16 / 26 सत्ताठाणा | 5 | 5 | 5 | 5 | 4 | 29 1240 | 26 | 24 अभंगा पसंता. अट्रारस चउसंता, वेउठिवभंगा 3 तिसंता | 30 / 4632 | 26 / 24 (सव्वे - 13617/ 145 120) बायरएगिदियपज्जत्तबंधभंगा // 13917 // पण छप्पण विगलाणं तिविगप्पा एसि हुंति पत्तेयं / पण बंध अपजसमा उदया छच्चेव पुव्वुत्ता // (322) पज्जत्तजसजसेहिं दुस्सु वि उदएसु दुन्नि पत्तेयं / नवरं दो उणतीसा सासुज्जोयाण एगयरे // (323) तह तीसाओ तिन्नि उ सरदुगउज्जोयएगयरखेवे / सुरदुगएगयरेणं इगतीसा दुन्नि उदएसु // (324) छद्दगुणा बारसगं दो गुणतीसे य चउर तीसुदए / दो इगतीसे अहिया सव्वे विगलाण . सहि ति // (325) बितिचउरिदियपज्जे दो दो पत्तेय भंग छच्छक्कं / इगवीसे छब्बीसे पणसंता सेसचउसंता // (326) एए वितिचउरिंदिय उदया सव्वे वि हुँति पत्तेयं / दो पढमा पणसंता चउरुदया चउरसंता उ // (327) बंधेसु जे भंगा उदया भंगा उ जे उ बंधम्मि / उदएसु जे सत्ता पत्तेयं मग्गणा होइ // (328) 1 इदं यन्त्रं L. D. प्रतावस्ति, J. प्रतिप्रेसकोप्यां नास्ति /