________________ 48 ] सप्ततिकामिधे षष्ठे कर्मग्रन्थे 'सत्तअपज्जेसु ठवणा सत्तअपज्जेसु पण दुग पणगं ति, पण बंधठाणा, दो उदयठाणा, पण संतठाणा। जीवठाणा सुहु० अ० बाद० अ० बेई० अ० तेई० अ० चउ० अ० असं० अ० सं० अ० उदयठाणा| 21 | 24 | 21 | 24 | 21 / 26 | 21 | 26 | 21 | 26 21 | 26 / 21 उदयभंगा ति. ति.ति. तिश म.१ म. म. सत्ताठणा पंचसत्ता 787878 78 ति. ति. ति.ति. बंधठाणा बंधभंगा उदय उदय- | उदय- सत्ता ठाणा | भंगा | ठाणा 23 | 4 | 2 16 26 / 16 / 2 / 1670 26 | 1240 | 2 | 16 - 70 30 / 4632 | 2 | 16 | 70 सव्वे- 1397 / 80 350 सत्तअपज्जेसु पत्तेयबंधभंगा 13917 तिगपणवीसछ्वीसे उणतीसे तीसबंधठाणेसु / नव नव उदयट्ठाणा केवलिए उदय मुत्तूणं // 26 // इगिबितिचउरपणिंदियतिरिमणुसविउच्चि पाय बंधति / नियनियउदयविगप्पे सव्वे जे जस्स संभविया // 262 // 1 इदं यन्त्र L. D. प्रतावस्ति, J. प्रतिप्रेसकोप्यां नास्ति / / [26] [300]