SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 35
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ पंचमी बहुवचन 5/2 (ख) कहा (स्त्री.) (कहा+हु) = कहाहु (पंचमी बहुवचन) मइ (स्त्री.) (मइ+हु) = मइहु (पंचमी बहुवचन) लच्छी (स्त्री.) (लच्छी+हु) = लच्छीहु (पंचमी बहुवचन) धेणु (स्त्री.) (धेणु+हु) = घेणुह (पंचमी बहुवचन) बहू (स्त्री.) (बहू+हु) = बहूहु (पंचमी बहुवचन) - - - - - --------------------------------- 21. आकारान्त, इ-ईकारान्त, उ-ऊकारान्त (स्त्री.) सप्तमी एकवचन 7/1 अपभ्रंश भाषा में आकारान्त, इ-ईकारान्त और उ-ऊकारान्त स्त्रीलिंग संज्ञा शब्दों के सप्तमी विभक्ति एकवचन में 'हिं' प्रत्यय जोड़ा जाता है। जैसेकहा (स्त्री.)(कहा+हिं) = कहाहिं (सप्तमी एकवचन) मइ (स्त्री.) (मइ+हिं) = मइहिं (सप्तमी एकवचन) लच्छी (स्त्री.)(लच्छी+हिं) = लच्छीहिं (सप्तमी एकवचन) धेणु (स्त्री.)(धेणु+हिं) = धेणुहिं (सप्तमी एकवचन) बहू (स्त्री.) (बहू+हिं) = बहूहिं (सप्तमी एकवचन) 22. अकारान्त, इकारान्त, उकारान्त (नपुं.) (क) प्रथमा बहुवचन 1/2 (ख) द्वितीया बहुवचन 2/2 अपभ्रंश भाषा में अकारान्त, इकारान्त और उकारान्त नपुंसकलिंग शब्दों के प्रथमा विभक्ति बहुवचन तथा द्वितीया विभक्ति बहुवचन में 'ई' प्रत्यय जोड़ा जाता है। जैसे (20) अपभ्रंश-हिन्दी-व्याकरण Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004214
Book TitleApbhramsa Hindi Vyakaran
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKamalchand Sogani, Shakuntala Jain
PublisherApbhramsa Sahitya Academy
Publication Year2012
Total Pages138
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy