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सुसमसुसमा य सुसमा,
सुसमदुसमा प दुसमसुसमा य । दुसमा य दुसमदुसमावसप्पिणुस्सप्पिणुक्कमओ ||७|| सागरकोडाकोडी, चउतिदुइमसमदुचत्तसहस्रणा । वाससहसेगवीसा, इगवीस कमा अयरमाणं ॥ ८ ॥ इह तिदुइको सुच्चा,
तिदुगपलिआउ अरतिगम्मि कमा । तूअरिबोरामलमाण भोअणा तिदुइगदिणेहिं ॥ ९ ॥ तह दुछबन्ना अडवीससयगु चउसट्ठिपिट्ठयकरंडा । गुणबन्ना चउसठ्ठी गुणसी दिणपालणा य नरा ॥ १० ॥ अवि सव्वजीवजुअला, निअसमहीणाउ सुरगई तह य । थोवकसाया नवरं, सव्वारयथलयरामिणं ॥ ११ ॥ मणुआउसम गयाई, चउरंस हया अजाह अहंसा । गोमहिसुखराई, पणंस साणाइ दसमंसा ॥ १२॥ उरभुअग पुब्वकोडी, पलिआसंखंस खयर पढमारे । कोसपुत्तं भुअगा, उरगा जोअणसहस्स तणू ॥ १३ ॥ पक्खीसु धणुपत्तं, गयाइ छक्कोस छट्टमाहारो । तो कमहाणिविसेसो नेओ सेसारएस सुआ || १४ || पाणं भायण पिच्छण, रविपह दीव पह कुसुम आहारो भूसण हि वत्थासण, कप्पदुमा दसविहा दिति ॥ १५ ॥ ते मत्तंगा भिंगा, तुडिअंगा जोइदीवचित्संगा । चित्तरसा मणिअंगा, गेहागारा अणिअणा य ॥ १६ ॥
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