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________________ २०१९ ] अंगार - खेयरिण अवहरिउण गयण-यलि पुट्टि पहारिण हणिउ रिउ अङ्गारय खयरिण कुमरु [२०१६] अवर- अवसर निसिहिं सुह-सुत्त असणिवेग-खयरिंद-वइरिण । नवमभवि वसुदेववत्तंतु [२०१७] पडिउ चंपय- पुरिहि उज्जाणि विप्पेण चंपह पुरिहि ता वीण- विणोय-कयपुच्छे य fate पुरउ चत्र-वावारु निरु Jain Education International 2010_05 नीउ जाव ता कुलिस-कढिणिण ॥ तह जह झत्ति कराउ । मुक्कउ ता गयणाउ || एगस्स महा-सरह कलहंसु व भुय - जुइण सरु तरेव वसुदेव चंगउ ॥ पच्छइ सिरि-वसुपुज्ज- जिण - चेइयहरु अइ रम्भु । मज्झमि य पविसिवि थुणइ जिणु कय-जय - सिव- सम्मु ॥ जिय-स-विहव- वेसवणु तस्सासि असेस-गुणगंधव से इ पाय- पुरिस सम्मुहु वि मज्झ तयणु अखयंगुवंगउ | [२०१८ ] गोस- अवसर पुणु सहेगेण मझ - देसि वसुदेव पविसइ । एग-चित्तु जुव-वग्गु पासइ ॥ किह इह सयलु वि लोउ । वीण कुणइ विणोउ ॥ [२०१९] तयणु विष्पिण भणिउ - इह अस्थि चारुदत्त अभिहाणु वणि वरु । रयण-खाणि सिय- कित्ति - कुलहरु | अभिहाणिण सु-पसिद्ध । न नियइ कलहं समिद्ध ॥ २०१७. ८. क. मज्झमि य changed to मज्झ निय. २०१९. ९. क. कलिहिं ५८ For Private & Personal Use Only ४५७ www.jainelibrary.org
SR No.002610
Book TitleNeminahacariya Part 2
Original Sutra AuthorHaribhadrasuri
AuthorH C Bhayani, Madhusudan Modi
PublisherL D Indology Ahmedabad
Publication Year1971
Total Pages318
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size11 MB
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