SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 212
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ आन्ध्र प्रदेश | जैन तीर्थ परिचायिका जिला कष्णा मूलनायक : श्री पार्श्वनाथ भगवान, अर्द्ध पद्मासनस्थ। 5 मार्गदर्शन : यह तीर्थ गुड़िवाड़ा रेल्वे स्टेशन से 1.5 कि.मी. दूर गुड़िवाड़ा गाँव के मध्य स्थित श्री गुड़िवाड़ा तीर्थ है, यहाँ से रिक्शा, टैक्सी आदि का साधन है। भीमावरम (पेदमीरम) से यह 68 कि.मी. दूरी पर है। विजयवाड़ा-भीमावरम मार्ग पर विजयवाड़ा से 43 कि.मी. दूर है। पेढ़ी : परिचय : प्रतिमा लगभग आठवीं सदी की मानी जाती है। प्रतिमा की कलात्मकता व प्राचीनता श्री श्वेताम्बर जैन पार्श्वनाथ । ही यहाँ की विशिष्टता है। प्रतिमा के दर्शन करते ही ऐसा लगता है मानो श्री धरणेन्द्र देव मन्दिर साक्षात् प्रकट होकर प्रभु पर अपने फण फैलाकर छत्र कर रहे हैं। इसी मन्दिर में एक और जैन टेम्पल स्ट्रीट श्री पार्श्वप्रभु की प्राचीन प्रतिमा है, जिसकी कला भी विशिष्ट है। निकट ही शिव मंदिर पोस्ट गुड़िवाड़ा, भी है। 90 वर्ष पूर्व शिव मंदिर के प्रांगण से प्रभु की प्रतिमा प्राप्त हुई थी। जिला कृष्णा-521 301 ठहरने की व्यवस्था : ठहरने के लिए धर्मशाला है, पूर्व सूचना पर भोजन की व्यवस्था हो जाती है। फोन : (08674) 45488, 44291 नोट : गुडिवाडा स्टेशन पर 7055-7056 नरसापुर एक्स; 7479-7480 नितरूपति-हौरा एक्स; 7615-7616 विशाखा एक्स; तथा 7043-7044 सरकार एक्स; गाड़ियाँ रूकती हैं। जिला नल्लगोन्डा मूलनायक : श्री आदीश्वर भगवान, अर्द्ध पद्मासनस्थ। - मार्गदर्शन : यह तीर्थ आलेर स्टेशन से 6 कि.मी. दूर कुलपाक गाँव के बाहर विशाल परकोटे श्री कुलपाकजी __ के बीच स्थित है। यह हैदराबाद-वारंगल मार्ग पर हैदराबाद से 80 कि.मी. दूर है। स्टेशन तीर्थ से तीर्थ तक जाने के लिए सभी सुविधाएँ हैं। मन्दिर तक पक्की सड़क है। आखिर तक बस व कार जा सकती है। यह तीर्थ पेदमीरम से 390 कि.मी. दर है। पेढ़ी: परिचय : श्री आदीश्वर प्रभु की प्रतिमा श्री माणिक्य स्वामी के नाम से प्रख्यात है। प्रतिमा अति श्री जैन तीर्थ कुलपाक प्राचीन है। यहाँ फिरोजी नगीने से बनी महावीर स्वामी की प्रतिमा सुन्दर व वर्णनातीत है। वाया आलेर, यहाँ के अधिष्ठायक देव चमत्कारिक है। यहाँ कुल 15 प्राचीन प्रतिमाएँ हैं। यहाँ के शिखर जिला नल्लगोन्डा-508 101 की कला भी निराले ढंग की है। आंध्र प्रदेश का यह प्राचीनतम एवं प्रथम तीर्थ है। फोन : 08685-81696 ठहरने की व्यवस्था : ठहरने के लिए मन्दिर के अहाते में ही सुविधायुक्त विशाल धर्मशाला है, भोजनशाला की व्यवस्था है। नोट : आलेर स्टेशन पर 7047-7048 गौमती एक्स; 7001-7002 गोलकोडा एक्स; 7021-22 दक्षिण एक्स.; 7405-7406 कृष्णा एक्स. गाड़ियाँ रूकती हैं। जिला नेल्लोर श्री राजेन्द्र नगर तीर्थ पेढ़ी: श्री राजेन्द्रसूरी कीर्ति मंदिर ट्रस्ट, श्री राजेन्द्र नगर तीर्थ, पोस्ट इंदुकूरीपेटा (देविसपेटा), जिला नेल्लोर-524 314 फोन : (0861) 35447, 35257 मूलनायक : श्री सुमतिनाथ भगवान। मार्गदर्शन : यह तीर्थस्थान नेल्लोर नगर से 10 कि.मी. दूर इंदुकूरी पेटा में स्थित है। यहाँ से पेदमीरम तीर्थ लगभग 375 कि.मी. है। परिचय : तीर्थाधिपति श्री सुमतिनाथ भगवान विराजमान हैं। श्री राजेन्द्र सूरिश्वरजी की खड़ी मूर्ति गुरुमंदिर में स्थापित की गई है। वातावरण सुन्दर है। श्री जयंतसेन सूरिश्वरजी के उपदेश से इस तीर्थ का निर्माण हुआ है। ठहरने की व्यवस्था : यहाँ धर्मशाला व भोजनशाला आदि बने हैं तथा सर्व सुविधाएँ उपलब्ध 174 Jain Education International 2010_03 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002578
Book TitleJain Tirth Parichayika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShreechand Surana
PublisherDiwakar Prakashan
Publication Year2004
Total Pages218
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Pilgrimage
File Size14 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy