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________________ (२७) ठराव १ लो. " आपणां सात क्षेत्र (? जीन बिंब,२ जीन मंदिर, ३ ज्ञान, ४ साधु, ५साध्वी, ६ श्रावक, ७ श्राविका ) मांना दरेक क्षेत्रनी योग्य व्यवस्था थवा माटे एटले के आपणा जैन समुदायनी धार्मिक, सामाजिक अने नैतिक स्थितिनी ऐक्यपूर्वक देशकाळानुसार उन्नति करवा माटे देश देशना जैन संघना तथा मंडळोना प्रतिनिधीओने तथा विद्वान् वक्ताओने आमंत्रण करी समयोचित विवेचन तथा ठरावो करवा सारु आपणी जैन (श्वेतांबर) कॉन्फरन्सनी पहेली बेठक जयपुरना डिस्ट्रिक मेजीस्ट्रेट आपणा विद्वान् जैन बंधु मी. गुलावचंदजी ढढा. एम. ए. ए बहुज प्रसंशा पात्र प्रयास लई श्री फलोदी तीर्थमां गये वर्ष आज मासमां मेळवी हती; तेथी ते जैन वीररत्न मी. ढढाना आ स्तुतिपात्र प्रयास माटे आ कॉन्फरन्स पोताना खरा अंतःकरणथी तेमने धन्यवाद आपे छे, तथा तेमने मोटा हर्ष साथे वधावी लेछे, अने पहेली कॉन्फरन्सनी बेठकमां ते वखते थयेला कामकाजनी आ कॉन्फरन्स मोटी खुशीथी नोंध ले छे." दरखास्त करनार-राय बद्रीदासजी बहादुर-कलकत्ता. टेको आपनार-वकील मुळचंद नथुभाई-भावनगर. गायन गवाई रह्या पछी प्रमुख साहेब तरफथी उपर प्रमाणे ठराव १ लो सभा समक्ष रजु करवामां आव्यो हतो जे ठराव तेमनी वती तेमना पुत्र बाबु राय कुमारसिंहे वांची बताव्यो हतो. उपरना ठरावने भावनगरवाळा वकील मुळचंद नथुभाईए टेको आप्यो हतो, अने तेम करतां आशा राखी हती के आ ठराव सर्वानुमते पसार करवामां आवशे. ते उपरथी सदई ठराव ताळीओना हर्षनाद बच्चे पसार करवामां आव्यो हतो. . Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com
SR No.034560
Book TitleMumbaima Bharayeli Biji Jain Shwetambar Conferenceno Report
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJain Shwetambar Conference Office
PublisherJain Shwetambar Conference Office
Publication Year1904
Total Pages402
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size41 MB
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