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________________ मारवाड़ का इतिहास वि० सं० १६६३ (ई० सन् १६०६) में सवाई राजा शूरसिंहजी ने ही जोधपुर नगर के चाँदपोल दरवाजे से एक मील वायु-कोण में स्थित पर्वत-श्रेणी के पास अपने नाम पर सूरसागर नामक तालाब बनवा कर उसके तट पर सुंदर बगीचा, संगमरमर की एक बारादरी और महल बनवाए थे । चाँदपोल दरवाजे के बाहर का रामेश्वर महादेव का मंदिर, सूरजकुंड नामक बावली और शहर के बीच के तलहटी के महल भी इन्हीं के बनवाए हुए हैं । इनकी कछवाही रानी सौभाग्यदेवी ने दहीजर गाँव में सोभाग-सागर नामक तालाब बनवाया था। इसी रानी के गर्भ से राजकुमार गजसिंहजी का जन्म हुआ। शूरसिंहजी के २ पुत्र थे, गजसिंहजी और सबैलसिंह । १. इनका जन्म वि० सं० १६६४ की भादों सुदी ३ को हुआ था। Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com
SR No.034553
Book TitleMarwad Ka Itihas Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVishweshwarnath Reu
PublisherArcheaological Department Jodhpur
Publication Year1938
Total Pages516
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size369 MB
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