SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 32
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ * गर्भावस्था * [१९ सारी हकीकत कही, उनने परस्पर परामर्श कर स्वमशास्त्र का आख्यान सुनाने के साथ चौदह महास्वमों के फल इस प्रकार प्रदर्शित किये १ आपका पुत्र रत्न सिंह के दर्शन से अष्टकम रूपहाथी का विदारण करेगा. २ चार दान्त वाला हाथी देखने से दान-शील-तप भावना; चार प्रकार का धर्मोपदेशक होगा. ___ वृषभ के देखने से भरत क्षेत्र में सम्यक्त्व रूप बीज का वपन करेगा. ४ लक्ष्मी देवी के दर्शन से सम्वत्सरी दान देकर पृथ्वी को प्रमुदित करेगा और तीर्थकर लक्ष्मी का भोक्ता होगा. ५ पुष्पमाला के अवलोकन से तीन लोक के जीव उन ___ की आज्ञा मस्तक पर धारण करेंगे. ६ चन्द्र दर्शन से भूमण्डल में समस्त भव्यात्माओं के नेत्र और हृदय आल्हाद करने वाला होगा. ७ सूर्य दर्शन से पीठ पर भामण्डल चमकता रहेगा. Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com
SR No.034546
Book TitleMahavir Jivan Prabha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAnandsagar
PublisherAnandsagar Gyanbhandar
Publication Year1943
Total Pages180
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size24 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy