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________________ ८] * महावीर जीवन प्रभा * देख महावीर के चरणानुयायी बनेंगे ? अवश्य ही सशिक्षा ग्रहण करें. ( तपश्चरण ) परमात्मा महावीर का १२ वर्ष ६ महिने १५ दिन छद्मस्थ काल रहा, इतने टाइम में आपने निम्नाङ्कित तपस्या कर घनघाती कर्मों का विध्वंस किया - १ छः मासी एक ३ चातुर्मासिक नौ ५ ढाई मासिक दो ७ डेढ़ मासिक दो ९ पक्ष क्षपण बहत्तर २ पाँच दिन कम छः मासी एक ४ त्रिमासिक दो ६ दो मासिक छः ८ मास क्षपण बारह १० अङ्कुम तप बारह ११ छट्ठ तप दो सौ उनतीस. इनके अतिरिक्त भद्र - प्रतिसा २ दिन - महा भद्र प्रतिमा ४ दिन और सर्व तो भद्र प्रतिमा १० दिन लगातार वहन की. इस तरह बारह वर्ष और साढ़े छ: मास में ११ वर्ष ६ मास २५ दिन तपश्वरण किया; केवल ११ महिने २० दिन आहार लिया. Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com
SR No.034546
Book TitleMahavir Jivan Prabha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAnandsagar
PublisherAnandsagar Gyanbhandar
Publication Year1943
Total Pages180
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size24 MB
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