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________________ । ५२ ) उपरोक्त विवरणी के विश्लेषण से लब्ध आंकड़े मोट १८४ वर्ष में दीक्षा संत ५६१ सतियां ११४५ मोट १७३६ उक्त समय में नाबालिग संत दीक्षित १३० नाबालिग सतियां २३० मोट ३६० उक्त समय में साबालिग संत दीक्षित ४६१ साबालिग सतियाँ ६१५ मोट १३७६ १५४ वर्ष में नाबालिग अवस्था में दीक्षित संत गण बाहर १६ सतियां ४ मोट २० १८४ वर्ष में साबालिग अवस्था में दीक्षित संत गण बाहर १३१ सतियां ४० मोट १७१ १८४ वर्ष में सर्व संत सतियां दीक्षित में सर्व गण बाहर मोट १६१ १-सर्व दीक्षा के अनुपात में नाबालिग संतसती दीक्षित प्रतिशत करीब २१ २-सर्व दीक्षा के अनुपात में साबालिग संतसती दीक्षित। प्रतिशत करीब ७६ ३-सर्व संत दीक्षित के हिसाब से नाबालिग संत दीक्षित सैकड़े में २२ ४-सर्व संत दीक्षित के हिसाब से साबालिग संत दीक्षित सैकड़े में ७ ५-सर्व सती दीक्षित के हिसाब से नाबलिग सती दीक्षित सैकड़े में २० ६-सर्व सती दीक्षित के हिसाब से साबालिग सती दीक्षित सैकड़े में ८० ७-१८४ वर्ष में समस्त दीक्षित संतसतियों में मोट गणबाहर संतसतियों का औसत प्रतिशत ११ ८- १८४ वर्ष में समस्त संतसतियां दीक्षित में नाबालिग संतसती दीक्षित गण बाहर प्रतिशत १ १-१८४ वर्ष में समस्त संतसतियां दीक्षित में साबालिग Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-पक्षित संतसती गण बाहर प्रतिशत १० www.umaragyanbhandar.com
SR No.034529
Book TitleJain Shwetambar Terapanthi Sampraday Ka Sankshipta Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShreechand Rampuriya
PublisherJain Shwetambar Terapanthi Sabha
Publication Year1945
Total Pages56
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
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