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________________ [ মাখন ____ भारतीय भारतका सांघिक (Unit) मंडल भी अनेक भागोंमें बटा हुआ है। मैसूर, ट्रावनकोर, हैदराबाद, बडोदा, काश्मीर आदि बड़े राज्य “ Separate entity'' हैं और छोटे राज्यों का अनेक “Unit" बनाया गया है। प्रस्तुत सुधार ने यद्यपि भारतीय भारत को ब्रिटिश भारतके कार्यों में हस्त क्षेप करने का अधिकार प्रदान किया है परन्तु ब्रिटिश भारतको भारतीय भारतके अन्तर विधानमें हस्तक्षेप करने का कुछ भी अधिकार नहीं दिया है। अतः भारतीय संघ शासनके स्थापित होतेही भारतीय नरेशोंको ब्रिटिश भारतके अन्तर में हस्तक्षेप करने का अवसर मिलेगा। परन्तु भारतीय संघशासन तमी संगठित होगा जब लगभग आधे राजगण संमिलित होंगे। ___ नवसुधार योजना ब्रिटिश भारत में १ ली अप्रैल सन १६३७ में लागू होगी। इसके निमित्त अमीसे धारा सभाओंके निर्वाचनके लिये प्रत्येक राजनैतिक दल सरगर्मी से काम कर रहा है। हम विवेचनीय इतिहासके समी पूर्व और परकालीन राज्यवंशोंके उत्कर्षापकषका दिग्दर्शन करा चुके हैं । आशा है इसके अवलोकन पश्चात् आगे चलकर इतिहासके अंगो पांगोंके विवेचनको हृदयंगम करनेमें हमारे पाठकोंको सहायता मिलेगी। Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com
SR No.034491
Book TitleChaulukya Chandrika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVidyanandswami Shreevastavya
PublisherVidyanandswami Shreevastavya
Publication Year1937
Total Pages296
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size19 MB
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