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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra नाम. www.kobatirth.org जाहिरात. ... सिद्धांतकौमुदी तत्त्वबोधिनी टोकासहित संपूर्ण ५-० तत्त्वबोधिनी कौमुदीके पृष्ठांक सह पूर्वार्द्ध... ३-० सिद्धान्तकौमुदी तत्त्वबोधिनी टीकासहित (पूर्वार्द्ध ) ३ रु० तथा उत्तरार्द्ध रूपमाला संधिभागः अव्ययार्थभागः प्रयोगविधिसंग्रहः (कारकसमासतद्धितदिक) क्रियाकलापः आख्यातचन्द्रिका धातुरूपभेदः श्लोकयोजनिकोपायः रूपमाला व्याकरणका षडलिंग विभाग... " संधिविभागः ... ... ... ... ... Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ... ... ... की. रु. आ. " अव्यय विभागः "प्रयोगविधिः "कारकसमासतद्धितदिक क्रियाकलापः आख्यातचन्द्रिकाधातुरूपभेदः श्लोकयोज ... For Private and Personal Use Only ... ... निकोपायः समासकुवलयाकर नियमोंके साथ उदाहरण सारस्वतसटीक प्रसादटीका ... ... ... ... ३-० १-४ ०-६ ०-५ ०-३ ०-२ - ६ ०-४ ०-१२ संपूर्ण पुस्तकोंका "बृहत्सूचीपत्र" अलग है ) ॥ आनेका टिकट भेजकर मुफ्त मँगालीजिये. पुस्तकोंके मिलने का पता - खेमराज श्रीकृष्णदास, “श्रीवेङ्कटेश्वर” (स्टीम् ) यन्त्रालयके मालिक - बंबई.
SR No.034374
Book TitleShrutbodh Vrittartankrou Granthou
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKhemraj Krushnadas
PublisherKhemraj Krushnadas
Publication Year1920
Total Pages71
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size5 MB
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