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________________ व्यापार सम्बन्धी निर्भ्रमी तेनाहडे तक्करप्पओगे विरुद्धरज्जाक्कमे कूडतुल्ल-कूडमाणे तप्पडिरूवगववहारे सदार-संतोसिए अवसेस मेहुणविहिं पच्चक्खामि इत्तरियपरिगहियागमणे अपरिग्गहिया-गमणे अनंगकीडा परविवाह करणे कामभोगा-तिव्वाभिलासे यथा परिमाण खेत-वत्थुप्पमाणाइक्कमे व्यवसाय सम्बन्धी । (तथा) शंका रहित । चोर की चुराई हुई वस्तु ली हो । चोर की सहायता की हो। राज्य के विरुद्ध काम किया हो । कूड़ा तोल कूड़ा माप किया हो। में भेल संभेल किया हो । वस्तु -4 अपनी पत्नी में संतोष के सिवाय । शेष सभी प्रकार की मैथुन विधि का त्याग करता हूँ । अल्पवय वाली परिग्रहीता के साथ गमन करना। या अल्प समय के लिए रखी हुई के साथ गमन किया हो । परस्त्री या सगाई की हुई के साथ गमन करना । काम सेवन योग्य अंगों के सिवाय अन्य अंगों से कुचेष्टा करना । दूसरों का विवाह करवाना। कामभोगों की प्रबल इच्छा करना । -5 जैसी मर्यादा की है। खुली भूमि (खेत आदि) और घर दुकान आदि के परिमाण का अतिक्रमण करना । {69} श्रावक सामायिक प्रतिक्रमण सूत्र
SR No.034373
Book TitleShravak Samayik Pratikraman Sutra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshwa Mehta
PublisherSamyaggyan Pracharak Mandal
Publication Year
Total Pages146
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size2 MB
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