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________________ 27. जिन वस्तुओं में अंडा - मांस, चर्बी, जिलेटिन, मछली का पाउडर ' आदि मिक्स किया जाता है। जैसे- चिंगम, केडबरी, किटकेट, फाइवस्टार, चीज, कसाटा, वाडीलाल, क्वालिटी कंपनियों की आइस्क्रीम, पेस्ट्री, केक, कैप्टन कुक आटा, डालडा घी, टूथपेस्ट, बिस्किट आदि इन्हें काम में नहीं लूँगा / लूँगी। 28. सौन्दर्य प्रसाधन जानवरों को मारकर बनाये जाते हैं। उनका उपयोग नहीं करूँगा /करूँगी। 29. हिंसाकारी साधन गिफ्ट नहीं दूँगा / दूँगी । जैसे-मिक्सर, सेल की घड़ी, प्रेस, चाकू, हीटर, फैन, लैम्प आदि का त्याग । 30. मोबाइल, टेलिफोन आदि पर आवश्यक कार्य होने पर ही बात करना तथा दिन में ( ) घंटे बात करने के उपरान्त का त्याग। अनर्थदण्ड विरमण व्रत के आगार 1. लोक व्यवहार से किसी का वियोग होने पर रुदन आदि आर्त्तध्यान करना पड़े तो मेरे आगार है। 2. वियोग होने पर मन वश में न रहने से, कोमल स्वभाव होने से यदि आर्त्तरौद्रध्यान हो जाय तो छूट है। 3. उपयोग न रहने से तेल, घी आदि के बर्तन उघाड़े रह जाय तो छूट है। 4. चाकू, छुरी सरौता, बर्तन आदि वस्तुएँ किसी स्वजन, सगा सम्बन्धी को देनी पड़े तो आगार है। 5. स्वजन के हितार्थ, अनुकम्पा के निमित्त किसी काम का उपदेश या सम्मति देनी पड़े तो मेरे आगार है। 48
SR No.034372
Book TitleShravak Ke Barah Vrat
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMangla Choradiya
PublisherSamyaggyan Pracharak Mandal
Publication Year2015
Total Pages70
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size1 MB
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