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________________ [७] समु० समझना परन्तु वैक्रिय १७ दंडकमें ही कहना कारण स्थावर ३ विकलेंद्रियमें वैकिय नहीं है। पिकलायम वाकय नहीं है। .. . ___एकेक नारकी नारकी पने तेजस समु. भूतकालमें एक भी नही करी और भविष्यमें एक भी नही करेगा कारण वहां है ही नही। ___एकेक नारकी असुर कुमार पने मृतकालमें तेजस समु० अनन्ती करी और भविष्यमें जो करेगा तो, १-२-३ यावत संख्याती असंख्याती अनन्ती करेगा एवं तेजस समु०१५ दंडकमें, मर्णान्तिक समु०की माफक कहना। - . मनुष्य वर्भके एकेक २३ दंडकके जीव २३ दंडक पने आहारिक समु० नही करी और न करेगा। एकेक तेवीस दंडकके जीव मनुष्य पने आहारिक समु. करी हो तो १-२-३ भविष्यमें करेगा तो १-२-३-४ ___ एकेक मनुष्य २३ दंडकमें आहारिक समु० नकरी न. करेगा। मनुष्य पने करी होतो १-२-३-४ और करेगा तो भी. १-२-३-४ करेगा। .. मनुष्य वर्जके एकेक २३ दंडकके जीव २३ दंडक पने केवली समु० न करी न करेगा मनुष्य पने नही करी परन्तु करेगा तो १ करेगा। * एकेक मनुष्य २३ दंडक पने केवली समु० न करी न करेगा। एकेक मनुष्य मनुष्य पने फेवली समु. करी हो तो एक और करेगा तो भी एक ही करेगा।
SR No.034233
Book TitleShighra Bodh Part 11 To 15
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGyansundar
PublisherRatna Prabhakar Gyan Pushpmala
Publication Year1933
Total Pages456
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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