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________________ प्रयोग कमी मिलते हैं कभी नहीं मी मिलते. कारण यह दोनों प्रयोग पूर्वधर मुनिराजके होते हैं अगर इनका विकल्प किया आप तो १ भांगे होते हैं। (१) तेरह योग सर्वकालमें शाश्वते मिले. (२) तेरह शाश्वता और आहारिकका एक , घणा (४) , आहारिकके मिश्रका एक " , घणा माहारिकका एक मिश्रका एक " " " घणा घणा, एक , घणा , घणा नारकीमें प्रयोग ११ है जिसमें १० शाश्वते हैं और कारमण अशाश्वता है जिसका भांगा ३ है (१) दश प्रयोग शश्वता (२) दश प्रयोग शाश्वता, और कारमण एक मिले (३) दश प्रयोग साश्वता और कारमण घणा मिले-एवं देवताओंके १३ दंडकमें तीन तीन भांगा सर्व ४२ भांगे हुए | पांच स्थावरमें भांगा नहीं होता है. तीन विकलेंद्रियमें प्रयोग ४ पावे.जिसमें ३ शाश्वता कारमण प्रशाश्वता भांगा ३ (१) वीन प्रयोगवाला घणा (२) तीन प्रयोगवाळा घणा और कारमण एक (३) तीन प्रयोगवाळा घणा कारमणका भी घणा एवं ९ मांगा....
SR No.034233
Book TitleShighra Bodh Part 11 To 15
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGyansundar
PublisherRatna Prabhakar Gyan Pushpmala
Publication Year1933
Total Pages456
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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