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________________ (४६) शीघ्रबोध भाग १ लो. थोकडा नं। श्री पन्नवणा सूत्र पद ३ जो.. (दिशाणुवइ) दिशाणुषा-२४ दंडकके जीव किस दिशामें ज्यादा है ओर किस दिशा में कम है वो इस थाकडे द्वारे बतलायेंगे । जहां पाणी होता है वहां सात बाल होते हैं जिसका नाम समुच्चय जीव, अपकाय, वनस्पतिकाय, बेइंद्रिय, तेइंद्रिय चौरेंद्रिय, पंचेद्रिय. इन सात बालोंकी शास्त्र में अलग अलग व्याख्या करी है यद्यपि एक सरिखा होनेसे यहां एकठा लीखते है. सबसे स्तोक ७ बोलोंका जीव पश्चिम दिशामें कारण जंबुद्धीपकी जगतिसे पश्चिम दिशा लवण खमुद्र में १२००० जोजन जावे सब १२००० जोजनका लंबा चौडा गौतम द्वीप आवे, वह पृथ्वीकाय में है । इस लीये पाणीका जीव कमती है. पाणी का जीव कम होनेसे सात बालोंका जीवभी कम है. उनसे पूर्व दिशा विशेषाः कारण गौतम द्वीपा नहीं है. उनसे दक्षिण दिशा विशेषाः कारण सूर्य चंद्रका द्वीपा नहीं है. उनसे उत्तर दिशा विशेषाः मान सरोवर तलावकी अपेक्षा (देखो जोतिषीका बाल में). पृथ्विकायका जीव सबसे स्तोक दक्षिण दिशामें कारण भुवनपतिओंका चार कोड छ लाख भुवनकी पोहार है इस लिये पृथ्विकायका जीव कम है. उनसे उतर दिशा विशेषाः कारण भुवनपतिओंका तीन कोड छातठ लाख भुवन है पोलार कम है
SR No.034231
Book TitleShighra Bodh Part 01 To 05
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGyansundar
PublisherSukhsagar Gyan Pracharak Sabha
Publication Year1924
Total Pages430
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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