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________________ 164 ट: 140. यक्षवि-B पक्षिविशेषाविती । दुवि°V | अन्न अन्नवि- V. अयं om. T | उत्सृष्टपा: VI - 142.-कश्चि-T-कवि-BCVI -कखि-T मनः for अन्तःकरणं VI V । कर्ब गतौ om. T| कर्वदं BT | शकटः । 169. -खलिभ्यो V पलसंघातः TI पर्वश्च V | गत्यर्थी सौत्रौ V। कुशीरश्च T क्षुद्रजंतुश्च V | आंड: अंडश्च मुष्कः योनिविशेषेप्यंडः VI for कुलीरश्च V | कृकलाशः । कृपलास: VI -विकारः खंड B -विकारोन्यखंडं V| 143. -बिलि- B-वलि- TV | कुलट: B 170. -मणि- om. CT-वापितः । कुटला VI बिलटा BI 171. तरु: om. T। दुवि for वृक्षजातिः 144. कपट की कटादयः श-B| कंपतेर्न-TI VI अव---गलं च om. B | उन्मत्तः BI कपट: VI 172. -कुरुड- V। पक्षी for शकुनिः VI 145. आयुक्तः B| ललाटः भालं VI . प्रत्ययाऽकारस्य B | कुरुडः V | कर च T। 146. पुरोगः V | अल्पं V | उपानं VI -त्ययाकारचौकार: BI 147. लश्नांतस्य BI 178. मृभ्र-C | समुद्र: B | ईषीका VI 148. -अपुन्नाटादयः TV । जपा-=S. 174. विकलांगवायुवा V । II, 3.1 गडगजः BI 175. वडिस्त च C वनेस्त TV | 149. भ च TV भवति Cचर इति सौ-- 178. -ण्डेरण्डखराण्डादय: C-खरंगादयः VI BIचिर्भटी BVI 177. -दृमृगृभ्य B| 150. डिटश्चर BI-श्चिर TV -श्चर CI 178. कुशरु- c T| कुशच TV | कुचिरर्डि- BTI शंडः TI 151. तिरंटी V। प्रकटं B | कंप्यः ।। 179. -खणिभ्यां । 153. वृन्दृभ्य C | एभ्य उट उडश्च om. TI 180. -कानदीर्घ: T| धन: stands at -मनिभिनि-B3; see Sutra 177. I विडाल: V| the end of the commentary in TI मेघः B | मेघः B | V gives the note भिन्न ___ 181. नञःपू- B| आषाढ T अषहा VI at the end of the commentary. भं for नक्षत्र VI ___155. मर्कटकर्कटोकुरु-C कचवरपुंज: B ___ 182. उर्ण विरोम शो Vवणा कृष्णवेणा V| स्वपुटा- TI 156. दुःकडश्च C| आदेश- T| अकालदे Vब्रह्मणादिः ।। स्तुतिप्र-- B | जणः चंद्र : दुः शवादी V पक्षी च V। दर्ण VI 157. वर्ने: C | वधूटी all MSS. ___183. बेहोश- VI-तृषि-om. T प्रजनने 158. इत्य- -भवति om. BI B प्रजनादिषु T | तृषा for पिपासा VIविष्णमू159. इत्यस्मादेटः प्र- BI BI 160. कृशक शा- T | नृत्यं B | भाजन 184. -ट्टी Tगौरा-=S. II, 4. P. IV, शेष: V। दुवि० Vi 1, 411 __161. कपोटबको- BV | -ौटकको- 185. तंत्रधा-BI लोट- B| -दोषौ च TI टकादयः T | बोटः T। फलः । टुक्षुरुकंक BI 162. -कारि- C-टः CT -ष्ट V। 186. -तेगुणातेर्वा गमेर्वा B| Before कृगी एभ्यष्ट : TIवंतः। अनविष्टः T| कटं TV I V has only भणा इषुधिः I do not venture काष्टा TV| ओष्ट: T| to correct |श्लक्ष्ण: V| सोन्तः om. B, in T 163. विष्ट TV I पृष्टः TV । अङ्कशः it stauds in the margin.I om. TI __187. -वृनुरु-C1-वुक्षि-C-तुक्कि-VI 164. कुष्टं । कोष्ट: TI दुः for वृक्षः V। करभो ऽग्निर्वायुह [2]: भंग 165. ध om. CT पक्षी V | व्याकरणांगनादौ ।। -चकं रेखातिल168. पष्टै- CTविधिष्ठादयः V । पटा का- T | अंगण: B | कंकणः BI TRष्ट: T VI 388. आश्चर्य ग्रा-VI समुद्री ऽद्रिवि० श्चVI ___167. म-V । -पि यो ऽट: V | कंठा- 189. दृषिव-T | रिचोपां- T, but च T | शस्त्रं for आयु V | शीडः T | Perhaps ----seems to have been corrected to 1 चिला-; see S, 2091 oía: and eft for appara: and as: V 168. प्रहसन कारः । । शत्र: om. T ___190. चिक्क च T VI कंकणः B| उर शंडः पौरुपयुक्तप- BIनI for पुरुषः VI' च स्वदतेर्वा TI Aho 1 Shrutagyanam
SR No.034211
Book TitleUnadigana Sutra
Original Sutra AuthorHemchandracharya
Author
PublisherEducation Society Press
Publication Year1895
Total Pages314
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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