SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 31
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ (१७) १८६० सूचि (श्रावण) सुदि २, जैसलमेर, अष्टान्हिका व्याख्यान प्र० १८६० फाल्गुन शुक्ला ११, बीकानेर. मेरू त्रयोदशी अक्षय तृतीया होरिका व्याख्यान, प्र० १८६० वैशाख शुक्ला ७, देवो कोट, ऋषभ (प्रतिष्ठा) स्तवन प्र० १८६१ माघ शुक्ला ५. देशणोक, सुविधि (प्रतिष्ठा) स्तवन प्र० १८६१ फाल्गुन शुक्ला २, जयपुर. सुपार्श्वनाथ स्तव प्र० १८६६ फाल्गुन शुक्ला १५, शंखेश्वर, पार्श्वस्तवन, मरुधर संघ महयात्रा प्र० १८६६ चेत्री पूनम. गिरनार, नेमिस्तवन प्र० (संघवो गिड़ोया राजाराम तिलोकचंद लूणीया संघ सह यात्रा १८६६ वैशाख सुदि २ , शत्रुञ्जय स्तवन गाथा १५ प्र. १८६७ माघ वदि ६ , मंडोवर , पार्श्व प्रतिष्ठा स्तवन प्र० १८६६ विजयदशमी , बीकानेर , श्रीपाल चरित्र वृत्ति ___ ग्र० ५०२२ प्र० १८६६ माघ शुक्ला १३, अजमेर , संभव (प्रतिष्ठा) स्तवन प्र. १८७१ माघ शुक्ला १ , बीकानेर , सुपार्श्व (प्रतिष्ठा) स्तवन प्र० १८७३ , बीकानेर , समरादित्य चरित्र (अपूर्ण). क्षमाकल्याणजी के रचित संस्कृत और राजस्थानी को अनेक लघु रचनायें महिमा भक्ति ज्ञान भण्डार में है इनमें से Aho! Shrutgyanam
SR No.034210
Book TitlePrashnottar Sarddha Shatak
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKshamakalyanvijay, Vichakshanashreeji
PublisherPunya Suvarna Gyanpith
Publication Year1968
Total Pages266
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy