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________________ सम्वत् १८२४ बीकानेर (क्षमाकल्याण लिखित प्रति) सम्वत् १८२५ पार्श्वनाथ यमक बद्ध स्तव सम्वत् १८२६ माधव वदि ३ शंखेश्वर यात्रास्तवन सम्वत् १८२७ माधव सु० १२ सूरत, शीतल जिन स्तवन सम्वत् १८२८ (सत्यपुर), तर्क संग्रह फक्किका सम्वत् १८२६ चैत्र बहुल, राजनगर, भू धातु वृति सम्वत् १८२६ राजनगर, गौतमीय काव्यवृति प्रारम्भ । सम्वत् १८३० फागण सुदि ६, जीर्णगढ़, खरतरगच्छ पट्टावलो। " १८३० पो० घोघा स्तवन , १८३१ मांडवी , १८३३ सावण सुदि ५, मुनराबंदिर, क्षमाकल्याण पाश्र्वे पुण्यधोर नियम ग्रहण १८३३ कातो सुदि ५, मनराबंदर, में स्वयं लिखित प्रति ॥ १८३४ जेठ सुदि १ पाबू यात्रा स्तवन , १८३४ वैशाख वदि ५ महेवा यात्रा स्तवन १८३५ नभ-सुदि ५, पाटोधी, चौमासी व्याख्यान १८३६ फागरण वदि ६, लौद्रवा स्तवन १८३८ जैसलमेर श्रावक विधि प्रकाश साधु विधि प्रकाश १८३६ नभ सुदि ५, यशोधर चरित्र, जैसलमेर, ॥ १८४२ बालूचर चौमासा, भगवती सज्झाय १८४३ फाण वदि ११, समेत शिखर यात्रा स्तवन ॥ १८४४ वैशाख सुदि ५, बालोचर, सम्भव जिनालय प्रतिष्ठा , १८४४ भादवा वदि ७ बालोचर, अमृतक्षमा . १८४५ माघ सुदि ११ महिमापुर, सुविधि स्तवन Aho ! Shrutgyanam
SR No.034210
Book TitlePrashnottar Sarddha Shatak
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKshamakalyanvijay, Vichakshanashreeji
PublisherPunya Suvarna Gyanpith
Publication Year1968
Total Pages266
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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