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________________ द्रव्यपरीक्षा नव करि असपालपुरीगारस तोला अड्डाइय मासा। सारंगदेव नरवइ तस्स इमं संपवक्खामि ॥८६॥ सोढलपुरी छ तोला मासा अट्टेव मुल्लु पन्नरसा । पणमासा दहतोला दस करि लाखापुरी जाण ।।७।। गविका य पंच तोला रुप्पउ सयमज्झि वीस करि मुल्ले । पडिया रज्जपलाहा सोलह करि छ तोल अहुट्ठ मासा ॥८॥ वेवलय सड्ड सोलस रुप्पु छ तोला य मासओ पउणो। इय इत्तियाण तुल्लो मासा पंचेव इक्किक्को(७)॥८९॥ अट्ठ करिवि सट्ट सया तोला सढवार तुल्लि मासहुठा । दस तोल सत्त मासा वराह नव सडढ टंकीण ।।९०॥ ९ आसपालपुरी १०० मध्ये तोला ११ मा० २॥ १५ सोढलपुरी १०० मध्ये .. तोला ६ मा०८ १० लाखापुरी १०० मध्ये तोला १० मा० ५ २० गविकाः १०० मध्ये तोला ५ मा० ० १६ पड़िया १०० मध्ये तोला ६ मा० ३॥ १६ रजपलाहा १०० मध्ये तोला ६ मा० ॥ १६॥ वेवला १०० मध्ये तोला ६ मा० । ८६ आसपालपुरी मुद्रा नौ के भाव है उसमें ग्यारह तोला और ढाइ मासा चाँदी है । ये नरपति सारंगदेव को मुद्राएं हैं जिनका वर्णन करता हूँ। ८७. सोढलपुरी में प्रतिशत छ: तोला और आठ मासा चांदी है एवं पन्द्रह के भाव है। तथा लाखापुरी में प्रतिशत दस तोला पांच मासा चाँदी और दस के भाव है। ८८ एक सौ गविका मुद्रा में पांच तोला चाँदो एवं बीस के भाव है। पडिया और रजपलाह मुद्राओं में छ: तोला साढे तीन मासा चाँदो है और वे सोलह के भाव है। ८९. वेवला मुद्राओं में छ: तोला और पौन मासा चांदी है और वे साढे सोलह के भाव है। ये तौल इतनो (सी मुद्राओं को चाँदो) का है, एक एक मुद्रा तोल में पांच मासे की है । अर्थात् अवशिष्ट भाग ताम्र का है। इनका मूल्य प्रतिशत द्रव्य चाँदी के हिसाब से ही है। ९०. साठसया मुद्रा में प्रतिशत बारह तोला छ: मासा चाँदी है और तौल में साढे. तीन मासे की है और प्रति टंका आठ के भाव है। वराह मुद्रा में दस तोला सस्त मासा प्रतिशत चाँदी और टंके को साढ़े नौ के भाव है। ---------- - २. लणसापुरीयद्रम मुद्रा :--जाबालिपुर के समरसिंह के पुत्र चाहमान उदयसिंह के तीन भाई सामन्तसिंह अनंतपाठ और विलोकसिंह दातार और शूरवीर थे। राजा के दिए हुए ग्रास से अतृप्त वे धवल्लक में वीरववल के पास सेवा करने गए। वेतन पछने पर उन्होंने लुणसापुरीय द्रम्म लक्ष लक्ष प्रतिव्यक्ति मांगा था। [प्रबन्धकोश पृ० १०५] Aho! Shrutgyanam
SR No.034194
Book TitleDravya Pariksha Aur Dhatutpatti
Original Sutra AuthorN/A
AuthorThakkar Feru, Bhanvarlal Nahta
PublisherPrakrit Jain Shastra Ahimsa Shodh Samsthan
Publication Year1976
Total Pages80
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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