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________________ बहुत धार्मिक शब्द है; गंभीरता बहुत अधार्मिक शब्द है। यदि तुम मौलिक मन को उपलब्ध करना चाहते हो तो तुमको एक बहुत ही गैर-गंभीर किंतु निष्ठापूर्ण जीवन जीना पड़ेगा, तुमको अपने कार्य को खेल में रूपांतरित करना पड़ेगा; तुम्हें अपने सभी कर्तव्यों को प्रेम में. रूपांतरित करना पड़ेगा। कर्तव्य एक कुरूप शब्द है, निसंदेह यह एक चार अक्षर वाला शब्द है। कर्तव्य से बच कर रहो। कार्य में और प्रेम अर्पित करो। अपने कार्य को एक नई ऊर्जा में, जिसका तुम आनंद ले सकी, और-और परिवर्तित करो, और अपने जीवन को और अधिक मजे, और अधिक हंसी और कम इच्छा, और कम उद्देश्य वाला हो जाने दो। जितना अधिक तुम उद्देश्यपूर्ण हो उतना ही अधिक तुम एक निश्चित प्रकार के मन से बंध जाओगे। तुमको बंधना ही पड़ेगा, क्योंकि उस उद्देश्य को एक विशिष्ट प्रकार का मन ही पूरा कर सकता है। और यदि तुम सारे मनों का परित्याग करना चाहते हो-और सभी मनों का परित्याग किया जाना है-केवल तब तुम अपने अंतर्तम स्वभाव तुम्हारी सहजता को उपलब्ध कर सकते हो। यह पूर्णत: भिन्न है, इच्छा से बिलकुल अलग भाषा है इसकी। मैं तुम्हें एक कहानी सुनाता हूं। अदालत में मुल्ला नसरुद्दीन के विरुद्ध एक मुकदमा चल रहा था। निचली अदालत के समक्ष प्रस्तुत किए गए सबूतों की, जो इस मुकदमे के बारे में थे, प्राथमिक जानकारी सुनने के उपरांत न्यायाधीश ने निर्देशित किया कि शेष बचा हुआ मुकदमा इन कैमरा (अभियुक्त के बयान की फिल्म बना कर) सुना जाएगा। मुल्ला नसरुद्दीन ने, जो अभियुक्त था, इस आधार पर इसका विरोध किया कि उसे इस शब्द 'इन कैमरा' का अर्थ ज्ञात नहीं है, लेकिन न्यायाधीश ने यह कह कर कि मैं जानता है कि इसका क्या अर्श है, बचाव पक्ष का वकील जानता है कि इसका क्या अर्थ है, गवाही पक्ष जानता है कि इसका क्या अर्थ है, न्यायसभा को पता है कि इसका क्या अर्थ है; अब न्यायालय का समय नष्ट न करो, उसका आक्षेप नकार दिया। इसके उपरांत बचाव पक्ष के वकील ने अभियुक्त मुल्ला नसरुद्दीन से कहा कि वह अपने शब्दों में न्यायालय को बता दे कि जिस रात की बात चल रही है उस रात क्या ह ना था। ठीक है मुल्ला नसरुद्दीन ने कहा, मैं इस लड़की के साथ गांव की सड़क से घर जा रहा था और हमने एक रास्ता कम करने के लिए एक खेत के बीच से होकर निकलने का फैसला किया। खेत से होकर आधा रास्ता तय करने के बाद वह थकी हई लुम पड़ी तो हम आराम करने के लिए बैठ गए। गर्मी की यह एक सुंदर रात थी और मैंने स्वयं को थोड़ा रोमांटिक अनुभव किया, तो मैंने उसका चुंबन ले लिया और उसने मेरा चुंबन ज्या, फिर मैंने उसका चुंबन लिया और उसने मेरा चुंबन लिया, और दस मिनट के बाद, हाई टिड ली हीटी। न्यायाधीश ने पूछा, हाई टिड ली हीटी? क्या अर्थ हुआ इसका?
SR No.034099
Book TitlePatanjali Yoga Sutra Part 05
Original Sutra AuthorN/A
AuthorOsho
PublisherUnknown
Publication Year
Total Pages471
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size4 MB
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