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________________ निष्कर्ष 13. चारित्र चक्रवर्ती पण्डित सुमेरचन्द दिवाकर, श्री भारतवर्षीय दिगम्बर जैन महासभा, नयी दिल्ली-110019 (2006) 14. जिनागमसार सम्पादक पवन जैन, श्री दिगम्बर जैन मुमुक्षु मण्डल, 32, गाँधी रोड, देहरादून - 248001, (1996) 15. जैनधर्म और दर्शन - मुनि श्री प्रमाणसागर, श्री दिगम्बर जैन प्रकाशन समिति, बरेला, जबलपुर (म0प्र0) (1998) 16. जैनधर्म : एक झलक डॉ० अनेकान्त जैन, प्रकाशक, आचार्य शान्तिसागर ग्रन्थमाला, बुढ़ाना उत्तरप्रदेश, पञ्चम संस्करण (2011) 17. जैन आचार: सिद्धान्त और स्वरूप जैन ग्रन्थालय, शास्त्री सर्कल, उदयपुर 177 18. 21. 22. देवेन्द्र मुनिशास्त्री, श्री तारकगुरु 313000 (राज0) (1982) 19. परमपुरुषार्थं अहिंसा प्रकाशक, जैना विद्या संस्थान, जयपुर 20. प्रवचनसार, ब्र. शीतल प्रसाद टीका, संपादक, डॉ. अनेकान्त जैन, सरला प्रकाशन, दिल्ली, 2009 पारिवारिक शान्ति और अनेकान्त डॉ० बच्छराज दूगड़ / डॉ0 आलोक, प्राच्य श्रमण भारती, मुजफ्फरनगर, (2001) प्रवचनरत्नाकर भाग-8 - सम्पादक डॉ0 हुकमचन्द भारिल्ल, पण्डित टोडरमल स्मारक ट्रस्ट, ए-4, बापूनगर जयपुर-302015 (1995) प्रवचन परीक्षा, प्रस्तावना सं. प्रो. फूलचन्दजैन प्रेमी, प्रकाशक सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी (2007) 23. भारतीय दर्शनों में अहिंसा तत्त्व, सुरेन्द्रकुमार त्यागी, क्लासिकल पब्लिसिंग कम्पनी, 28, शॉपिंग सेन्टर, करमपुरा, नवी दिल्ली-110015 (1999) 24. भिक्षु विचार दर्शन युवाचार्य महाप्रज्ञ, जैन विश्वभारती, लाडनूं (राज.) (1991)
SR No.034026
Book TitleAhimsa Darshan Ek Anuchintan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAnekant Jain
PublisherLal Bahaddur Shastri Rashtriya Sanskrit Vidyapitham
Publication Year2012
Total Pages184
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size2 MB
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