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________________ 120 4. सापेक्षता समन्वय सापेक्षता की अनुप्रेक्षा समन्वय की अनुप्रेक्षा 5. 3. जीवनशैली परिवर्तन अहिंसा प्रशिक्षण का तीसरा आयाम है- जीवनशैली का परिवर्तन । जीवनशैली परिवर्तन का एक महत्त्वपूर्ण सूत्र है - सुविधावादी जीवनशैली में परिवर्तन हम प्रदूषण से चिन्तित हैं, त्रस्त हैं। सुविधावादी जीवनशैली प्रदूषण पैदा कर रही है। उस पर हमारा ध्यान ही नहीं जा रहा है। समाज सुविधा छोड़ नहीं सकता किन्तु वह असीम न हो यह विवेक आवश्यक है। यदि सुविधाओं का विस्तार निरन्तर जारी रहे, आडम्बर और विलासपूर्ण जीवन चलता रहे तो अहिंसा का स्वप्न यथार्थ में परिणत नहीं होगा । इच्छाओं की वृद्धि से हिंसा को पल्लवन मिला है। जब तक इच्छा का संयम नहीं होगा, जीवनशैली में संयम को प्रतिष्ठा नहीं मिलेगी तब तक अहिंसा का सार्थक परिणाम नहीं आ सकेगा। जीवनशैली परिवर्तन के लिए संयम, श्रम, स्वावलम्बन और व्यसनमुक्त जीवन का सैद्धान्तिक और प्रायोगिक प्रशिक्षण अपेक्षित है। निम्नलिखित प्रायोगिक अभ्यास अहिंसा प्रशिक्षण में समाविष्ट हैं 1. अहिंसा की अनुप्रेक्षा, 2. सत्य-अचौर्य की अनुप्रेक्षा, 3. ब्रह्मचर्य की अनुप्रेक्षा 4. इच्छा-परिमाण / अपरिग्रह की अनुप्रेक्षा, 5. स्वावलम्बन की अनुप्रेक्षा 6. व्यसनमुक्ति की अनुप्रेक्षा एवं प्रयोग । 4. व्यवस्था परिवर्तन अहिंसा दर्शन अहिंसा प्रशिक्षण का चतुर्थ आयाम है- व्यवस्था परिवर्तन । व्यक्ति के आन्तरिक रूपान्तरण के साथ-साथ व्यवस्थागत परिवर्तन भी आवश्यक
SR No.034026
Book TitleAhimsa Darshan Ek Anuchintan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAnekant Jain
PublisherLal Bahaddur Shastri Rashtriya Sanskrit Vidyapitham
Publication Year2012
Total Pages184
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size2 MB
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