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________________ zvi 6. मक्लूिर, नमिलूर, मयूर संघ एवं 7. कोलिन्तूर संघ। अष्ठम जैन ऐतिहासिक तथ्यों पर हिन्दू प्रभाव . 202 जैन इतिहास एवं संस्कृति, पुराण एवं पुराण के लक्षण, , अवसर्पिणी एवं उत्सर्पिणी युग, रामायण, महाभारत एवं अन्य कृतियों एवं शैली पर साहित्य सृजन, जैन मूर्तिकाल, यक्षयक्षिणियाँ एवं गन्धर्वमूर्तियां, हिन्दू देवी देवताओं का जैन देवतासमूह में समावेश, (ब्रह्मा, विष्णु, लक्ष्मी, सिद्ध, गणेश अम्बिका सरस्वती, कृष्ण, बलराम, रेवती या शष्ठी, लोकपाल, चन्द्र, अप्सरा एवं गन्धर्व जैन धर्म एवं दर्शन के सिद्धांतों पर प्रभाव, (पंचमहाव्रत, अणुव्रत, दसधर्म, स्याद्वाद, साम्यवाद, कर्मवाद) जैन उपासना के तीन आयाम, सगुण, एवं निर्गुण भक्ति एवं जैनधर्म, योग, स्थितप्रज्ञ एवं वीतराग, मोक्ष एवं पुरूषार्थ, वर्णाश्रमव्यवस्था, धार्मिक संस्कार (गर्भाधान, प्रियोद्भव, नामकर्म, बहिरिना, अन्नप्राशन, वर्षावर्धन, केश्वा या चोल, उपनयन, व्रताचार्य, व्रताव्रतरण, विवाह / नवम् उपसंहार सहायक ग्रन्थ सूची
SR No.032855
Book TitleJain Sahitya ka Samajshastriya Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorUsha Agarwal
PublisherClassical Publishing Company
Publication Year2002
Total Pages268
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size19 MB
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