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________________ अधाक्षीररिमर्दन] श्लोकपादसूची [अधिभूतं तु कर्माणि 13. App. 3. 307 pr. अधाक्षीररिमर्दन 4. 163*.9 post. अधारयच धर्मश्च 2. App. 33. 10 pr. अधारयच्छन्नमस्य 2.49. 136. अधारयत दुःखितः 8. 1. 194. अधारयत वेगं सः 4. App. 45. 1A 1 pr. अधार्मिकाणामश्रा य 14. App. 4. 3170 pr. अधार्मिकाणां धर्मिष्टाः 12. 11.58. अधार्मिका दुराचाराः 12. App. 2.82 pr. अधार्मिका भिन्नवृत्ताः 12. 102.205. अधार्मिकामिमां बुद्धि 5.21.11. अधार्मिकास्तु हन्तव्याः 8. 24. 34". अधार्यमाणा स्रगिवोत्तमा यथा 4. 13. 11'. अधार्यमाणेव जनेन मञ्जरी 4.267*. 15. अधार्याणि विशीर्णानि 12. 60. 330. अधिकश्चाहमेवैकः 17. 2. 16. अधिकं च तवैश्वयं 12. 313. 44. अधिकं तव विज्ञानं 12.313. +". अधिकं त्वं विजानीये 7. App. 13.33 pr. अधिकं ब्राह्मणाहते 13. 122.4. अधिकं भासि शंकर 9.237*. 1 post. अधिकं मलिनां कृशाम् 3. 65.8. अधिकं मातुरस्माकं 4. 84*. 6 pr. अधिकं मार्जनात्तात 13. 121. 14. अधिक योजनशतं 3.71.24. अधिकं वापि विद्येत 12. 159.5. अधिकं वा फलं विभो 7.85.500. अधिकं समलंकृतैः 8.31.23. अधिकं स्याट्विजस्य तु 13. 47.220. अधिकः सारथिः कार्यः 8. 267*. 4 pr. अधिका किल नारीणां 1. App.63. 23 pr. अधिका च गतिस्तव 12. 313. 44. अधिका प्रीतिरुच्यते 13. 12. 494. अधिकामुपलक्षये 4. 42. 200. अधिकारवशात्स्वयम् 13. App. 15. 1553 post. अधिकारे यदनृतं 13. 23. 296. अधिकारेषु वर्तन्ते 12. 322. 40". अधिकारेष्वनन्तरम् 2. 32. 34. अधिकारोऽर्थचिन्तकः 12. 327. 340. अधिकां त्वत्सुतायाश्च 4. 329*. 13 pr. अधिकां वापि राजेन्द्र 12.289*. 1 pr. अधिकां स्म ततो वृत्तिम् 1. 114. 63". अधिकृत्य युधिष्ठिर 3. 196. 21. अधिकृत्य विधीयते 13. App. 15.4226 post. अधिको वा पराक्रमे 5. 130. 32. अधिक्षिपन्धार्तराष्ट्र 1. App. s5. 16A 1 pr. अधिक्षिपन्यूढ न लजले कयम् 3.252.2. अधिक्षिप्त इवाक्षमी 12.29. 1. अधिक्षिप्तमनर्थं च 4. 120*.71 pr. अधिक्षिप्तस्तु राधेयः 8. 27.530. अधिक्षिप्तो महीपतिः 4. 1111*. 39post. अधिक्षियन्तौ भुवनानि विश्वा 1. 3.60". अधिक्षेपेण कृष्णाय 5. App. 12. 13 pr. अधिगच्छति देवानां 12. App. 29E. 425 pr. अधिगच्छेयुरवधेनैव पार्थाः 5. 20. 17. अधिगम्य च सर्वान्नः 3. App. 1.5 pr. अधिगम्य नराधिपम् 3. 116. 2. अधिगम्य पावकं तुष्टाः 13. App,9B. 125 pr. अधिजामुर्यथा वेदाज् 1. 120.44. अधिजग्मुश्च कुरवः 1. 1823*. 1 pr.; App.73. 134 pr. अधिज्यं गाण्डिवं धनुः 5.51. 11". अधिज्यं तरसा कृत्वा 4. 40244. अधिज्यं बलवत्कृत्वा 6. 116. 19.9.27. 44. अधिम्यान्पपि कौरव 5. 166.23d. अधितिष्ठति तत्र वै 11. 6.64. अधितिष्ठामि भूतले 2. App. 38. 54 post. अधिदैवनियुक्तोऽस्मि 12.249. 11. अधिदैवं किमुच्यते 6. 30. 1. अधिदैवं च श्रूयताम् 12. 300. 170% App. 29C. 156 post. 13. App. 3. 313 post. अधिदेवं तथैव च 12. App. 29C.63 post., 67 post., 118 post. ; App. 29D. 13 post., 95 post. 13. ___App. 3. 237 post., 250 post., 305 post. अधिदेवे नियुक्तोऽस्मि 7. App. 8. 110 pr. अधिपं सर्वरक्षसाम् 3. 156. 26. अधिपौरुषमध्यात्म 13. 16. 18. अधिभूतं क्षरो भावः 6. 30. 4". अधिभूतं च किं प्रोक्तं 6. 30. 1. अधिभूतं च मन्तव्यं 14. 42. 38. अधिभूतं चैत्वमाहुः 12. 767*. 2 pr. अधिभूतं ततो रूपं 12. 42.20. अधिभूतं तथा गन्धः 14. 42. 31. अधिभूतं तथानन्दः 12. 301. 36. अधिभूने तथा शब्दः 14. 42.26. अधिभूतं तथा शुक्रं 14. 42. 35. अधिभूतं तु कर्माणि 14. 42. 36. पादसूची-11 -81 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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