SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 73
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ अथास्याश्वान्पुनर्हत्वा] श्लोकपादसूची [अथैनं नारदोऽब्रवीत् अथास्याश्वान्पुनहत्वा 7. 114. 454. अथैतान्सूतनन्दनः 8. 433*. 3 post. अथास्यासीदियं चिन्ता 12. 136. 33deg. अथैतावब्रवीच्छकः 5.48. 12. अथास्येषु समाधत्त 7. 164. 1520. अथैते गौरवेणैव 2. 161*. 5 pr. अथाह कृष्णोऽपि धनंजय स्मयन् 8. App. 31. 14A 5. अर्थतेन प्रकारेण 12. 10. 23. अथाह गम्भीरतरानुवादं 12. App. 20. 42. अथैत्य पुरुषः कश्चित् 5. 119. 6". अथाह गालवं दीनं 5. 112. 10. अथैत्य राजा सुधि सत्यसंधः 6.81. 14". अथाह भगवांस्तौ तु 13. 324*. 1 pr. अथैनमनुवृत्तास्तु 7. 926*. 1 pr. अथाह भीमः पुनरुग्रकर्मा 8. 939*. 1. अथैनमन्तरिक्षस्थः 13. 137. 21". अथाहमबुवं तत्र 13.82.30%, अथैनमपरः कामः 13. 94. 30%. अथाहमवरोक्ष्यामि 9. 61. 9". अथैनमब्रवीत्काले 12.315. 11. अथाहरि न्ये वासांसि 4. 35. 256. अथैनमब्रवीकुद्धः 6.87. 250. अथाहं वरदं देवं 13. App. 3A. 277 pr. अथैनमब्रवीत्पार्थः 4. 36.420. अथाहं सहसा तत्र 13. App. 9A. 31+ pr. अथैनमब्रवीत्स्वाहा 3. 220. 1. अथाहं हास्तिनपुरम् 5. 170.21'. अथैनमब्रवीद्गृध्रः 3. 263. 30. अथाहेदं तं भगवान्सनन्तं 12. App. 20.34. अथैनमब्रवीद्राजन् 7. 166. 450. अथाह्वयन्त तेऽन्योन्यं 6.73.94. अथैनमत्रवीद्राजा 3. 48. 270; 49.37". अथेङ्गितं वज्रधरस्य नारदः 12.221. 880. अथैनमब्रवीद्वाक्यं 12. App. 28.395 pr. अथेच्छसे पाण्डवस्योपदेष्टुम् 5. 29. 35%. अथैनमब्रुवन्देवाः 13. 140. 11; 141.5". अथेतरान्महाराज 8. 19. 11". अथैनमभिनिन्दन्ति 12.96. 21". अथेतरान्महेष्वासान् 7. 47.60; 146. 30% अथैनमभ्ययुः सर्वाः 3.218. 40". अथेतरांस्ततः शूरान् 8.39. 160. अथैनमाक्षिप्य बलात् 1. 1549*. 1 pr. 3. 12.590. अथेतरे महेष्वासाः 6.83.20%3; 109. 360 4. App. 23. 18pr. अथेतरे संनिवृत्ताः 7. 45. 23. अथैनमागते काले 12. 138. 18. अथेदानी महद्युद्धं 8. App. 6. 13 pr. अथैनमानीय तदा 1. 122. 230. अथेमान्समुपादाय 13.2.574. अथैनमार्तवैर्गन्धैः 1. 118.7M. अथेन्द्रस्य भविष्यत्वात् 13. 102. 104. अथैनमुपसंगम्य 4.34. 11. अथेन्द्रस्य महाघोरं 13. 141. 234. अथैनं कोष्ठकीकृत्य 7. 146. 30. अथेन्द्रियवशोऽभवत् 12.59. 984. अथैनं कौरवश्रेष्टाः 7. 120. 484. अथेन्द्रो हि महातेजाः 5. 80*. 3 pr. अथैनं छिन्नधन्वानं 6. 49. 250; 80. 150; 97. 43; 107. अथेमं दर्शनोपायं 12. 309. 76". 2903; 109.86; 325*.2 pr. 7. 81. 230; 82. 4%3 अर्थमं नृपशार्दूल 1. 2110*. 2 pr. 90. 150; 92. 14; 134. 500; 141. 84. 8. 10. अथेमां दुष्कृतां पूजां 2. 35. 290 120; 17.61deg3; 18, 670; 40. 31".9.9. 1303 अथेमां वेददृष्टेन 1. 220*. 5 pr. 21.29%3; 25. 19. अर्थमा सागरापाझा 1.58. 11". अर्थन छेदयेत्कश्चित् 2. App. 27.8pr.; App. 28. 42 pr. अथेश्वरमुवाचेदम् I. 157. 10. अथैनं तत्र संलीनं 7. 114.776. अथेह पुरुषव्याघ्र 2.25. 134. अथैनं दाभिबाणैः 4.59. 420.6.76. 164. 7. 46. 11'. अथैकतो द्वितश्चैव 12. 806*. 12 pr. अथैनं दशभिर्भल्लैः 7. 143. 38. अथैकान्तव्युदासेन 12. 19. 184. अथैनं दशभिर्विध्वा 6. 114. 4704. अथैतदप्यशक्तोऽसि 6. 34. 11". अथैनं देशजैः शुक्कैः 1. 118. 20. अथैतदेवं न करोषि राजन 3.5.90. अथैनं धनुषो ग्रेण 7. 142. 15. अथैतद्वचनं मेऽद्य 4. 35.7". अथैनं नवभिर्वाणैः 8. 56. 20. अर्थतस्यामवस्थायाम् 5. 132. 14. अथैनं नाभिजानन्ति 5.70*. 2 pr. अथैतानारदोवाच 12. App. 29E. 140 pr. अथैनं नारदोऽब्रवीत् 14. 6. 11'. पादसूची-9 - 65 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy