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________________ कान्यायाशुरथाय च] महाभारतस्थ [काश्यपस्तक्षकेण बै काव्यायाशुरथाय च 7. 421*.7 post. काव्यां वाचं वक्तुमर्हस्युदाराम् 5. 36. 3. काव्यां वाचं विदुरो भाषमाणः 5. 26. 15. काव्यां वाचं शृणुत मात्यगाद्वः 2. 56.7. काव्येन सुमहात्मना 9. 38. 6. काव्येनोशनसा स्वयम् 1. 80. 21. काव्यैतत्कथयामि ते 1.78. 294. काव्यो दैत्यपतेरिव 14.59. 134. काव्यो दैत्यैर्महीपते 6.7. 20. काव्यो विद्याबलाश्रयात् 1.71.71. का शक्तिर्मम देवेश 12. 337. 21". का शक्तिर्मम बालस्य 12. App. 29E. 272 pr. का शक्तिर्मम सारथ्यं 4.35. 14deg. का शक्ति, महेश्वर 8. 24. 147. काशयश्चेदयश्चैव 5.56. 330. काशयोऽपरकाशयः 6. 10. 40". का शान्तिर्हृदयस्य मे 3. 28. 12, 18'. 5. 80. 399; 88. 694; 132. 184, 344. 7. 50. 334, 344, 354, 364. काशिकन्या च भारत 5. 181. 16'. काशिकन्या पुरा सती 5. 49. 31. काशिकन्यामनोगतम् 5. 177. 18%. काशिकन्या विशां पते 5. 187. 28deg. काशिकन्यां न्यवर्तत 5. 187. 36. काशिकन्ये पुन—हि 5. 177.6". काशिकाः कोसलाश्च ये 7. 23.7'. काशिकैबहुभिर्वृतः 8. 4. 74. काशिपुयाँ ततोऽभवत् 5. 175. 17. काशिपुर्या महारथः 6. 14.64. काशिपुर्यां स्वयंवरे 13. 154. 23. काशिभिश्चेदिपाञ्चालैः 5.70. 14". काशिराज इति ख्यातः 1. 61. 37. काशिराजश्च वीर्यवान् 6. 23. 5. काशिराजश्च शैब्यश्च 4.67. 16deg3; 1162*.2 pr. 6.46.54347. 27deg. काशिराजसुता तदा 1. App. 107. 1 post. काशिराजसुता त्वया 5. 178.5. काशिराजसुता प्रभो 5. 176. 22. काशिराजसुतायाश्च 5. 179. 27deg. काशिराजसुता शुभा 5. 175. 15deg. काशिराजसुतास्तदा 5. 170. *. काशिराजसुते उभे I. App. 57.9 post. काशिराजसुते शुभे 1. 97.9. 2. 16. 49: काशिराजं च विक्रान्तं 5.78. 14". काशिराजं च वीर्यवान् 1. 96. 13. काशिराज हयश्रेष्ठाः 7. 22. 31deg. काशिराजेन हृष्टेन 2. App. 33.50 pr. काशिराजो बलिं ददौ 2. App. 33.53 post. काशिराजोऽभ्यषिच्यत 13.31. 13. काशिराज्ञश्च भारत 5. 174. 17" काशिराज्ञः स्वयंवरे 5. 166.6. काशिराज्यं तवायेदं 13. App. 8. 17 pr. काशिराज्यं परित्यज्य 12. App. 29D. 30 pr. काशिष्वपि नृपो राजन् 13. 31. 10". काशी चोग्रश्च धर्मवित् 13. 85. 414. काशीनथ च कोसलान् 13. 44. 374. काशीनन्ध्रान्कोसलांश्च 14.84. 4. काशीनामीश्वरः ख्यातः 13. App. 8. 74 pr. काशीनामीश्वरः प्रभुः 5. 115. 1. काशीनामृषभो हतः 2. App. 21. 1557 post. 5. App. 7.2 post. काशीनां रत्रसंचयः 13. 31. 47'. काशेयश्च प्रतर्दनः 1. 867*. 1 post. काश्चापि परिवर्जयेत् 13. 68. 13. काश्चित्प्रहृष्टा ननृतुः 1. 214, 23". काश्चिद्गुल्मान्प्रपेदिरे 12. 320. 29deg. काश्चिद्वेश्मसु चाङ्गनाः 1. 214.21. काश्चिन्माल्यानि चिन्वन्ति 1.2103*. 1 pr. काश्चिन्माल्यानि दधिरे 1.2103*. 1 post. काश्मरीबंदरीस्तथा 3. 155. 42. काश्मर्यामलकप्लक्ष- 3.61.4". काश्मर्यामलकैर्वृताम् 2. App. 15. 11 post. काश्मीरकानौरसकान् 7. 10. 16. काश्मीरमण्डलं चैतत् 3. 130. 10%. काश्मीरमण्डले नद्यः 13. 26. 80. काश्मीरराजो माध्वीकं 2. App. 33. 20 pr. काश्मीरान्दरदान्कुन्तीन् 2. App. 21. 453 pr. काश्मीराः कुन्दमानाश्च 2. 48. 136. काश्मीराः पशुभिः सह 6. 10. 66. काश्मीराः सिन्धुसौवीराः 6. 10. 52". काश्मीरीव तुरंगमा 4. 8. 114. काश्मीरेष्वेव नागस्य 3. 387*. 3 pr. काश्यपश्च ततो राजन् 1. 429*. 5 pr. काश्यपश्च तपोधनः 12. 160. 23deg. काश्यपश्च पुलस्त्यश्च 12.66*.7 pr. काश्यपस्तक्षकं पुनः 1. 429*.7 post. काश्यपस्तक्षकेण वै 1. 430*.5 post. -720
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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