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________________ कालरात्रीव दुर्दशा] महाभारतस्थ [ कालस्य बलमेतावत् कालरात्रीव दुईशा 8. 911*. 4 post. कालरात्रीव भारत 7. 556*. 1 post. कालरात्र्यै न्यवेदयत् 10. 8. 781. कालरूपाः प्रहारिणः 3. 167.51. काललुब्धकपन्नगैः 13. 1.94. कालवच्चरते वीरः 8.781*. 3 pr. कालवच्छिबिरे ततः 10. 8. 44. कालवज्रानलोपमान 5. 3. 19d. कालवत्तत्र भारत 1. 219.6". कालवत्पाण्डुवाहिनीम् 7. 171. 684. कालवत्प्रचरिष्यति 5. 164. 10, 21. कालवद्विचरिष्यामि 7. 170. 46deg. कालवन्यवधीद्रोणः 7. 7. 15. कालवर्षाश्च पर्जन्याः 12.29. 48". कालवर्षी च पर्जन्यः 1.62. 100. 3. 188.88". 12. 92.1". कालवर्षीव तोयदः 7. 132. 11'. कालवादी महातपाः 6. 4. 2. कालवालमुभे तदा 1. 292*. 2 post. कालवालाहयोत्तमान् 8. App. 18. 89 post. कालवाला युधिष्ठिरम् 7. 162*. 1 post. कालवालास्तु ये पार्थ 8. 448*. 1 pr. कालवालैर्महारथः 8. 69. 264. कालवालैर्महीपतिः 8. 1224*. 41 post. कालवित्कलिरोषणः 12.910*. 1 post. कालशक्तिमिवापराम् 7. 108.21'. कालशाककमित्येव 13. App. 15. 3522 pr. कालशाकं च लोहं च 13. 88. 10%. कालशाकं तु विप्रेभ्यः 13. 63. 23deg. कालशैलं च पर्वतम् 3. 675*.2 post. कालशैलं च पार्थिव 3. 140. 1. कालश्च दुरतिक्रमः 8. 5.45d. कालश्चायं सनातनः 13. 16.51". कालश्चैतानि द्वादश 12. 260. 25t. कालश्छिनत्ति चायूंषि 13. App. 15.2274 pr. कालषष्ठान्स्वभावतः 12. 267.6". कालसंख्या च का देव 13. App. 11. 19 pr. कालसंख्या तथैव च 12. 300.1'. कालसंख्यानसंख्यातं 12. 270. 23". कालसंख्याश्च तेऽनघ 12. App. 29C. 115 post. कालसंख्याश्च सर्गाश्च 12. App. 29C. 64 pr. कालसंख्यां च सर्ग च 12. App. 290. 68 pr. 13. App. 3. 238 pr., 251 pr. कालसंख्यां तथैव च 12.298.6. कालसंख्यां निबोध मे 12.298.26%3 299. 1. कालसंचोदितः काल: 12.62. 100. कालसंचोदितः क्षेत्री 12.267. 33. कालसंचोदिता जीवाः 12.270. 170. कालसूत्रेण लम्बितः 3. 154. 35deg. कालसूदन शंकर 13. App. 15. 1514 post., 3835 post. कालसूर्य इवोदितः 5.9. 44"; App. 5. 14 post. 7. 93. 353 कालसूर्यमिवोदितम् 13. 14. 136. कालसूर्याविवोदितौ 4. 946*. 1 post. 7. 76.7%3; 111. 244.9.54. 32. कालसूर्यैरिवोदितैः 7. 15. 154. कालसृष्ट इवान्तकः 7. 170. 1. 9. 10. 24. 10. 8. 390,714 कालसृष्टमिवान्तकम् 6.87. 24%; 104. 394. कालसैन्यावगाढस्य 12.217. 44. कालस्तत्र महान्राजन् 1. App. 79. 160 pr. कालस्तपस्यतां कश्चित् 3.279.22. कालस्तात तथा कुरु 5. 145. 12. कालस्तिष्टेन्महाबलः 8. 56. 53. कालस्तु बलवान्प्राप्तः 12. 220. 69. कालस्तु शक्र पर्यायात् 12.218. 10. कालस्तु सुमहान्राजन् 1. App. 79. 156 pr. कालस्ते विक्रमस्याद्य 1.73.2. कालस्तेषु समक्रियः 12.28. 376. कालस्ते स्वर्गमारोढुं 12. 192. 30deg. कालस्त्वयं मृत्युमयोऽतिदारुणः 8. 29. 22". कालस्पृष्टस्य कस्यचित् 12. 220. 93. कालस्य काले हरतः प्रजा वै 8.54. 84. कालस्य गतिगोचराः 13. 91.374. कालस्य च यथा वृत्तं 9. 62. 386. कालस्य च विपर्ययात् 2. 182*. 1 post. कालस्य च हि मृत्योश्च 5.66. 136. कालस्य दूता इव पार्थबाणाः 8. 1030*. 16. कालस्य न च आत्मनः 12. App. 290. 198 post. कालस्य नयने युक्ताः 1. 60. 15%%370.8.2.8.29%. कालस्य नातिमहतः 1. 81. 30. कालस्य परमा योनिः 13. 16. 51deg. कालस्य परमेश्वरम् 13. App. 10. 428 post. कालस्य परिणामेन 3. 169. 33%. कालस्य परिमाणात्तु 13. App. 10. 422 pr. कालस्य पुरुषर्षभ 12. 34. 6. 18. 2. 34. कालस्य बलमेतावत् 2.72. 11". -712 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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