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________________ कारणं यदि पृच्छसि] महाभारतस्थ [कारयन्ति च कर्माणि कारणं यदि पृच्छसि i3. App. 20. 201 post. कारणं यद्भविष्यति 3. 339*.1 post. कारणं यन्न वारिता 1. 34.84. कारणं यं विदुर्बुधाः 13. 151*.5 post. कारणं लोककारणम् 13. App. 5.71 post. कारणं लोभमोहौ तु 12.211. 31deg. कारणं वः प्रवक्ष्यामि 3. 162. 16. कारणं विस्तरेण वः 3. 282. 42. कारणं वै त्वमप्यत्र 13. 1. 30. कारणं वै भविष्यति 1. App. 55. 60 post. कारणं शृणु शोभने 13. App. 15. 2441 post., 2449 post. कारणं श्रुतमस्माभिः 9. 42. 11". कारणं श्रोतुमिच्छामि 13. 12. 41"; 55.20. कारणं स हरिर्मम 12. App: 17A. 142 post. कारणं सूतनन्दन 1.31. ". कारणं हि द्विजत्वे च 3. App. 32. 44 pr. कारणं हेतुमेव च 12. 153. 44. कारणाकारणादपि 13. App. 15. 2097 post., 2183 post.;. 2185 post. कारणाकारणादेव 13. App. 15. 2100 pr. कारणात्तत्र तत्रैव 13. App. 15. 3636 pr. कारणात्प्रियतामेति 12. 136. 145". कारणात्मानमच्युतम् 7. 172.64". कारणात्समयात्तदा 1. App. 113.25 post. कारणात्संत्यजेद्गृहम् 13. App. 15.586 post. कारणादग्निपूजकाः 13. App. 15, 1667 post. कारणादभिसंहिताः 12. 204. 40. कारणादेव योद्धव्यं 13. App. 15.980 pr. कारणाद्देशकालस्य 12.79. 31deg. कारणाद्धर्ममन्विच्छेत् 12. 254. 50%. कारणानां च कारणम् 13. 17.274. कारणानां च परमं 3. 174*.2 pr. कारणानि तु यानि तु 18. App. 3. 36 post. कारणानि द्विजत्वस्य 3. App. 19. 46 pr. 13. 131. 49. कारणानि निबोध मे 6. 40. 13. कारणानि प्रवासं च 13. App. 15. 1434 pr. कारणानि भृगूद्वह 1. 78. 34'. कारणानि समीक्ष्य वै 1. 113. 24. कारणानि हितैषिणाम् 13. App. 15. 2579 post. कारणानुगतं कार्य 12. App. 18. 80 pr. कारणान्तरदर्शनात् 1. 169. 16. कारणान्तरयोगेन 10. 3.6". कारणानिहतो गुरुः 7. 167. 43*. कारणान्यात्मनस्तानि 12.290.816. कारणाभ्यागता दग्धा 1. App. 81. 212 pr. कारणाभ्यामथैताभ्यां 10. 2. 19%. कारणार्थ च मर्षितम् 12. 112. 46. कारणार्थ च यद्भवेत् 12. 58. 19. कारणार्थे महात्मना 3. 108. 19. कारणे गगनेचरः 1. 23. 10. कारणे चापि संप्राप्ते 13. App. 15. 3908 pr. कारणेन न संशयः 12. App. 29E. 415 post. कारणेन वराङ्गने 3.291*. 1 post. कारणेन शिखण्डिनम् 5. 193. 634. कारणेन सहानुजः 3. 204*.2 post. कारणेनास्मि केनचित् 3.721*. 1 post. कारणेनेह कस्यचित् 12. 308. 43. कारणे भवती क्रुद्धा 3. 101*. 3 pr. कारणेष्वस्य सिद्धये 3. 33. 26deg. कारणे संभजन्तीह 12. 137. 13. कारणैरपरैस्तथा 12. 252. 15. कारणैरसम्यभिहितः 3. 1141*. 1 pr. कारणैरुपपादयन् 3. 65.84. कारणैरुपपादितम् 12. 286. 11t. कारणैरुपलक्ष्यते 13. App. 3A. 409 post. कारणैरेव ते तेन 13. App. 15. 2190 pr. कारणैरेव बध्यते 12. 9. 354. कारणैर्धर्ममन्विच्छन् 12. 255. 40. कारणैर्बहुमिस्त्वया 3. 284. 16. कारणैर्भाविताः शुभैः 12. 290. 17. कारणैर्मानुषो भवेत् 3. 178. 11'. कारणैर्निबोध तत् 13. App. 14B. 75 post. कारणयौनबोध मे 12.228. 37. कारणैर्लक्षणैश्च ताम् 3. 65. 26deg. कारणैस्तं च मेनिरे 13. App. 15. 150 post. कारणैस्त्रिमिरेतैस्त्वं 8. 386*.2 pr. कारणैः शृणु तं मम 3. 101*. 5 post. कारणैः संप्रवर्तते 3. 2. 214. कारणैः स्वर्गमश्नुते 3. 178. 106. कारण्डकनिभाः केचित् 3. 929*. 1 pr. कारण्डवैः प्लवैहसैः 3. 155. 50. कारयत्यवशान्यपि 3. 33. 224. कारयध्वमतन्द्रिताः 5. 150. 136. कारयन्त कृषि गोभिः 1. 58. 19. कारयन्ति कुमारांश्च 2.5.23. कारयन्ति च कर्माणि 13. App. 15. 2872 pr. -702 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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