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________________ अथ शङ्खश्च भेरीभिः] श्लोकपादसूची [अथ सुव्याहृतं तस्य अथ शङ्खश्च भेरीभिः 7. 373*. 11 pr. अथ शत्रुप्रतीघातं 12. 101. 15. अथ शब्दो महानासीत् 6. 92. 136.7.96. 120. अथ शरशतभिन्नकृत्तदेहै: 7. 131. 1344. अथ शल्यो गदापाणिः 6. 45.51". अथ शल्यो गदां वीक्ष्य 1. 1864*. 3 pr. अथ शारदतो राजन 7. 122.903; 165. 976. अथ शारदतो.ष्टाभिः 9.22.8. अथ शियसहस्राणि 14.55.6". अथ शीतपरीताङ्गः 12. 113. 11t. अथ शुश्राव गच्छन्सः 1. 39.21". अथ शुश्राव तां वाणी 13. App. 9A. 163 pr. अथ शुश्राव तेजस्वी 6.73. 470. अथ शुश्राव नहुषः 5. 11.220. अथ शुश्राव निवृत्ते 1.2074*. 1 pr. अथ शुश्राव राजषिः 3. 193.86. अथ शुश्राव विप्रेभ्यः 1. 103. 903; 1107*. 1 pr. अथ शुश्राव संगत्या 1. 167. 11". अथ शून्येन मनसा 13.53. 4. अथ शून्ये पुरोधास्तु 13. 10.390. अथ शूरा महाराज 6.76. 1". अथ शूरो महेवासः 12. 1. 36. अथ शोणान्सदश्वांस्तान् 4.53. 11". अथ श्रुत्वा वयं सर्वे 12.323.27. अथ श्वेतां गतिं गत्वा 12. 228. 20deg. अथ षष्ठे गते काले 14. 93. 94. अथ सज्जीयमानेषु 6. 19. 300. अथ स ज्ञायते द्विजः 1.78.. अथ सत्यवती गर्भ 12. 49. 160. अथ सत्याधिपत्ये पि 12. 308. 46. अथ सत्वरमासाद्य 12. App. 27.2 pr. अथ सप्त तु व्यक्तानि 12.208. 10. अथ सप्त महाभागाः 13. App. 14.259 pr. अथ सप्तर्षयः श्रुत्वा 3.25.. अथ सभ्याः सभामध्ये 2.585*. 1 pr. अथ सर्जरसादीनां 13. 101. 41". अथ सर्पानुवाचेदं 1. 30. 14. अथ सर्वनृपोन्माथी 3.875*. 3 pr. अथ सर्वप्रवृत्तिषु 12. 261. 45. अथ सर्वमुपन्य 13. 53. 20deg. अथ सर्वाणि कर्माणि 12. 11. 136. अथ सर्वाणि कुर्वीथाः 12.72. 4. अथ सर्वे भवन्तो मां 5. 125.56. अथ सर्वे मरा रुद्रं 7. 173.51. 13. 145.25% अथ सर्वे महाभागाः 13. App. 14. 221 (subst.) 44 pr. अथ सर्वे रणं मुक्त्वा 3.237. 11". अथ सर्वे समारम्भाः 12. 15. 484. अथ सर्वे समुत्थाय 2. 328*. 1 pr. अथ स स्मारणं कृत्वा 3. 229.66. अथ संगम्य सर्वे तु 4.57.1". अथ संचिन्तयानस्य 5. 17.10. अथ संचिन्तयामास 3. 207. 100. अथ संचिन्त्य नहुधः 5. 107*. 1 pr. अथ संत्यजतो धर्म 5.31.27. अथ संत्वरमाणस्य 12.225. 124. अथ संदृश्यमानेपु 4. 120*. 105 pr. अथ संधाय ते वीराः 1.55.200. अथ संधाय वायव्यं 7. 131.720; 150.710. अथ संध्यागतः सूर्यः 7. 161.51. अथ संध्यां समासाद्य 3.83. 14. अथ संनाहमकरोत् 13. App. 1A,386 pr. अथ संनिचयं कुर्यात् 12. 69.540. अथ संपूज्य तद्वाक्यं 12.112.20%. अथ संप्रतिपत्तिज्ञः 12. 135.90. अथ संवत्सरं दद्यात् 14. App. 4.915pr. अथ संवत्सरे पूर्णे 5.75*. pr. अथ संवर्धयामास 2. App. 39.206pr. अथ संशप्तकांस्त्यक्त्वा 8.1:. 470. अथ संशप्तकाः पार्थ 8.32.84. अथ संशप्तकैः साधं 7.34*. 1 pr. अथ संम्तभ्य धर्मात्मा 3. App.31.32 pr. अथ साक्षाद्धरिहयः 1. 181. 16. अथ सा चारुहासिनी 1. 161.2. अथ सा छिन्नपट्टाभ्यां 4. 198*. 1 pr.; App. 6. 11 pr. अथ सा तान्सुतान्गृह्य 13. 12.220. अथ सात्यक्षुित्सृज्य 8.21.236. अथ सात्यकिरागत्य 8.21.21". अथ साध्यानुपागमत् 12.288.3t. अथ साम्नैव लिपलेथाः 12.72.21. अथ साथ गिरिनिभाः 3. App. 11. 18pr. अथ सा वेपमानाङ्गी 13. 20.50. अथ सा शकुनी राजन् 12. 137. 11". अथ सा स्त्री तदोवाच 13. 20.75". अथ सा स्त्री तमुक्त्वा तु 13.21. 1". अथ सुन्दरिकातीर्थं 3. 82.51". अथ सुव्याहृतं तस्य 12. 136.63%. -59
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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