SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 635
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ कथं हि मानसैर्दुःखैः] लोकपादसूची [कथाश्चकुर्महर्षयः कथं हि मानसैदुःखैः 11. 3. 2". कथं हि युधि शक्येत 1. 197. 17. कथं हि राजवंश्यस्त्वं 7. 118. 120. कथं हि राजा पुत्रं स्वम् 3.47.2". कथं हि राजा राज्यार्थी 7.77.6deg. कथं हि राजा लोकस्य 12, 16. 50. कथं हि राजा वर्तेत 12. 137. 1. कथं हि विधवानाथा 1. 146. 10%. कथं हि वृद्धमिथुनं 10. 1. 11". कथं हि शाखास्तिष्ठेयुः 12. 138. 10. कथं हि शिरसो मध्ये 1. 212. 30deg. कथं हि सर्वयज्ञेषु 14. 95. 3". कथं हि स्त्री कर्मणोऽन्ते महीतलात् 1. 189. 34. कथं हि स्वजने भेदं 5. 127. 140. कथं हिंसथ मानवान् 13. App. 24. 452 post. कथं हिंसितवान्सन् 1. 12. 1". कथं हृष्येत जातेषु 12. 307. 12deg. कथं ह्यनिच्छमानस्य 7. 127.6% कथं झमत्यै ब्रह्मस्वं 14.5.180. कथं शराजा दाशार्हः 2.34.5". कथं ह्यवध्यैः संग्रामः 5. 151. 22". कथं ह्यविजितां कृष्णां 2. 61. 31". कथं ह्यस्मद्विधो जातु 3. 575. 12. कथं ह्यस्मद्विधो ब्रह्मन् 3. 2. 50*. कथं यह प्रतिश्रुत्य 3. App. 8. 17 pr. कथाख्यायिककारिकाः 2. 130*.1 post. कथा च येयं नृपते प्रसक्का 12. 289. 62deg. कथा तत्रातिविस्तृता 2. 626*.8 post. कथा तावन्निवर्त्यताम् 7. 8. 39. कथा दिव्याः प्रवर्तिताः 13. App. 14. 38 (subst.) 24 post. कथा धर्मार्थसंहिताः 1. 18*.2 post. 12. 126. 12. . कथा नानाविधाश्रयाः 13. 101.7". कथान्तमासाद्य च माधवेन 5. 1. 9". कथान्तरमथासाद्य 12. 160. 1". कथान्तरे तु कस्मिंश्चित् 15. 26. 5. कथान्तरेऽथ कस्मिंश्चित् 12. 337. 14". कथान्ते चाभ्यनुज्ञाताः 1. 176. 36. कथान्ते जनमेजय 1. 153.7%; App. 114. 27 post. कथान्ते तत्र शक्रेण 1. 82. 30. कथास्ते पततां वरः 13. App. 3A. 61 post. कथास्ते पाण्डुनन्दनम् 1. App. 88. 19 post. कथान्ते पितुरग्रतः 14. 60. 14. कथाम्ते मधुसूदनः 14. 88.19. कथान्ते शिरसा पादौ 13. 27. 17". कथान्तेषु पुनः पुनः 3. 12.24. कथा न्यस्ता पटे यथा 9. 1. 404. कथान्या मम रोचते 13. 107*. 2 post. कथापरिगतो भावः 1. App. 114. 124 pr. कथाप्रतिग्रहो वीर 3. 465*. 2 pr. कथामिरत्यर्थधर्मयुक्तामिः 13. 109*. 5 post. कथामिरनुकूलामिः 3. 224. 1. 13. 10. 39. कथामिरनुरूपामिः 5. 92.30. कथामिरमिनन्ध तान् 15. 25. 3. कथामिनूपसंनिधौ 15. 36.8. कथामिर्मुनिभिः सह 3. App. 25.2 post. कथामिश्चानुकूलाभिः 3. 2. 11. कथामिः प्रविलोभ्यते 12. 112. 43. कथाभिः शमयामास 14. 15. 90. कथाभिः समलोभयत् 13. 40. 556. कथा भुवि न विद्यते 1. 2. 240deg. कथामकथयत्तदा 7. App. 8.58 post. कथामकथयत्पुरा 5. 60. 4. कथामकथयद्भूयः 3.202. 1. कथामतिमनोरमाम् 13. 126. 8. कथा ममान्या प्रिया श्रोतुम् 13. 108*. 2 post. कथामिमामकथयत् 15. 26. 5deg. कथामिमां नरश्रेष्ठ 1. App. 118. 8 pr. कथामृतमनुत्तमम् 12. 331. 4'. कथामृतमिहोद्धृतम् 12. 326. 115. कथामेतां मनोरमाम् 1. 13.50; 160. 4. कथामेतां महात्मनः 3. 39. 8. कथामेतां महाबाहो 8. 69. 23. कथामेतां युधिष्ठिर 3. App. 16. 68 post. कथामेवं तथा कृत्वा 3. 366*.2 pr. कथायां क्रियमाणायां 13. App. 20. 157 pr. कथायां तत्र राजेन्द्र 13. App. 14. 38 (subst.) 25 pr. कथायुक्ताः परिषदः 3. 34. 72deg. कथायोगे कथायोगे 14. 15. 6. कथायोगेन भारत 3. 278. 14. कथावशेष धर्मज्ञः 15. 43. 18". कथा वा धर्मसंश्रिताः 1. 1. 14. कथा विचित्राः कथयांबभूवुः 1. 185. 11'. कथा विचित्राः कुर्वाणाः 4. 42. 27. कथा विचित्राः पृतनाधिकाराः 1. 184. 11'. कथा वेद च सर्वशः 1. 4. 44. कथाश्चक्रुर्महर्षयः 13. 27. 10. -627 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy